2 एक दिन अहाब का पुत्र राजा अहज्याह सामरी नगर में अपने उपरले कक्ष की जालीदार खिड़की से नीचे गिर गया। वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। उसने दूत भेजे। उसने उन्हें यह आदेश दिया, ‘जाओ, और एक्रोन नगर-राज्य के देवता बअल-जबूल से यह पूछो : क्या मैं अपनी इस बीमारी से बचूंगा अथवा नहीं?’
2 एक दिन अहज्याह शोमरोन में अपने घर की छत पर था। अहज्याह अपने घर की छत के लकड़ी के छज्जे से गिर गया। वह बुरी तरह घायल हो गया। अहज्याह ने सन्देशवाहकों को बुलाया और उनसे कहा, “एक्रोन के देवता बालजबूब के याजकों के पास जाओ। उनसे पूछो कि क्या मैं अपनी चोटों से स्वस्थ हो सकूँगा।”
2 और अहज्याह एक झिलमिलीदार खिड़की में से, जो शोमरोन में उसकी अटारी में थी, गिर पड़ा, और बीमार हो गया। तब उसने दूतों को यह कह कर भेजा, कि तुम जा कर एक्रोन के बालजबूब नाम देवता से यह पूछ आओ, कि क्या मैं इस बीमारी से बचूंगा कि नहीं?
2 अहज्याह एक जालीदार खिड़की में से, जो शोमरोन में उसकी अटारी में थी, गिर पड़ा और बीमार हो गया। तब उसने दूतों को यह कहकर भेजा, “तुम जाकर एक्रोन के बालजबूब नामक देवता से यह पूछ आओ, कि क्या मैं इस बीमारी से बचूँगा कि नहीं?”
2 अहज़्याह शमरिया नगर में अपने राजघराने के ऊपरी कमरे की जालीदार खिड़की से नीचे गिर पड़ा और बीमार हो गया. तब उसने दूतों को बुलवाया और उन्हें यह आदेश दिया, “जाओ और बाल-ज़बूब, एक्रोन के देवता से यह मालूम करो, क्या मैं अपनी इस रोगी अवस्था से ठीक हो सकूंगा?”
2 अहज्याह एक जालीदार खिड़की में से, जो सामरिया में उसकी अटारी में थी, गिर पड़ा, और बीमार हो गया। तब उसने दूतों को यह कहकर भेजा, “तुम जाकर एक्रोन के बाल-जबूब नामक देवता से यह पूछ आओ, कि क्या मैं इस बीमारी से बचूँगा कि नहीं?”
सुलेमान ने मुझे त्याग दिया है। वह सीदोनी जाति की देवी अशेराह, मोआबी जाति के देवता कमोश और अम्मोनी जाति के देवता मिल्कोम की पूजा करने लगा है। वह मेरे मार्ग पर नहीं चल रहा है। जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित है, वह उसको नहीं करता है। वह मेरी संविधियों और न्याय-सिद्धान्तों का पालन नहीं करता है, जैसा उसका पिता दाऊद करता था।
किन्तु एक सैनिक ने अपना धनुष खींचा और एक तीर चलाया। वह नहीं जानता था कि उसने किसकी ओर तीर चलाया है। यह तीर इस्राएल प्रदेश के राजा के कवच और कमरबन्द के मध्य में धंस गया। राजा ने अपने सारथी से कहा, ‘रथ को मोड़ो। मुझे युद्ध-भूमि से बाहर ले चलो। मैं घायल हो गया।’
उन्होंने राजा को बताया, ‘प्रभु यों कहता है: क्या प्रभु का वचन पूछने के लिए इस्राएली राष्ट्र का अपना परमेश्वर नहीं है, जो तूने एक्रोन नगर के देवता बअल-जबूल के पास दूतों को भेजा? इसलिए जिस पलंग पर तू पड़ा है, वहाँ से तू नीचे नहीं उतरेगा। तू निश्चय ही मरेगा।” ’
प्रभु का दूत तिश्बे नगर के नबी एलियाह से बोला, ‘उठ, और सामरी राजा के दूतों से मिलने के लिए जा। तू उनसे यह कहना : “क्या इस्राएली राष्ट्र का अपना परमेश्वर नहीं है जो तुम एक्रोन नगर के देवता बअल-जबूल के पास पूछने के लिए जा रहे हो?
दूतों ने राजा को बताया, ‘एक मनुष्य हमसे मिलने के लिए आया। उसने हमसे यह कहा, “जाओ, महाराज के पास लौटो, जिन्होंने तुम्हें भेजा है। तुम उनसे यह कहना, ‘प्रभु यों कहता है : क्या इस्राएली राष्ट्र का अपना परमेश्वर नहीं है जो तू एक्रोन नगर के देवता बअल-जबूल के पास पूछने के लिए दूतों को भेज रहा है? इसलिए जिस पलंग पर तू पड़ा है, वहां से तू नीचे नहीं उतरेगा। तू निश्चय ही मरेगा।’ ” ’
उन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर की सब आज्ञाओं को त्याग दिया, और अपने लिए बछड़े की दो मूर्तियां ढालीं। उन्होंने अशेराह देवी की मूर्ति प्रतिष्ठित की। वे आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वन्दना और बअल देवता की पूजा करने लगे।
मिस्र-निवासियों का उत्साह ठण्डा पड़ जाएगा : मैं उनकी योजनाओं को निरर्थक कर दूंगा। तब वे मार्गदर्शन के लिए अपनी देव-मूर्तियों, झाड़-फूंक करनेवालों, प्रेतसाधकों और टोनहों के पास जाएंगे।
हे प्रभु, तूने अपने निज लोगों को, याकूब के वंशजों को त्याग दिया, क्योंकि उनमें पूर्व देश के व्यापारी भर गए हैं, पलिश्ती लोगों के सदृश झाड़-फूंक करनेवाले उनमें बस गए हैं; विदेशियों की सन्तान उनमें पनप रही है।
जिन नगर-राज्यों को − गोजान, हारान, रेसेफ को, तलेस्सार राजधानी में रहनेवाले एदेनी कौम के लोगों को − जब मेरे पूर्वजों ने नष्ट किया था, तब क्या उनके इष्ट देवता उनको मेरे पूर्वजों के हाथ से बचा सके थे?
उनके इष्ट देवताओं की मूर्तियां आग में झोंक दीं। प्रभु, ये मूर्तियां सच्चा ईश्वर नहीं थीं। वे केवल मनुष्य के हाथ की रचना, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियां थीं। इसलिए वे नष्ट हो गई।
शिष्य के लिए अपने गुरु-जैसा और सेवक के लिए अपने स्वामी-जैसा बन जाना ही बहुत है। यदि लोगों ने घर के स्वामी को बअलजबूल कहा है, तो वे उसके घर वालों को क्या कुछ नहीं कहेंगे?
यूतुखुस नामक एक युवक खिड़की की चौखट पर बैठा हुआ था। जब पौलुस बहुत देर तक बोलते रहे, तो उसे गहरी नींद आ गयी। वह नींद के झोंके में तीसरी मंज़िल से नीचे गिर गया। वह मृत अवस्था में उठाया गया।
सीमा-रेखा एक्रोन के उत्तर में पर्वत-श्रेणी को स्पर्श करती और शिक्रोन की ओर मुड़ जाती थी। वह बालाह पर्वत को पार करती, और यब्नएल पहुँचती थी। सीमा-रेखा भूमध्यसागर पर समाप्त हो जाती थी।
जो भूमि आपका देवता कमोश आपको देता है, क्या आपका अधिकार उस भूमि पर नहीं है? इसी प्रकार जो भूमि हमारा प्रभु परमेश्वर अन्य जातियों को हमारे सम्मुख से निकालकर हमें देता है, हम उस भूमि पर अधिकार करेंगे।
‘सीसरा की माँ ने खिड़की से झांका, उसने चिलमन से बाहर निहारा : “सीसरा के रथ के आने में देर क्यों हो रही है? उसके रथों के टापने की आवाज को विलम्ब क्यों हो रहा है?”
इसलिए गत नगर के रहनेवालों ने परमेश्वर की मंजूषा एक्रोन नगर भेज दी। परन्तु जब परमेश्वर की मंजूषा एक्रोन नगर में आई, तब एक्रोन नगर के रहने वाले चिल्लाने लगे, ‘वे हमें और हमारे लोगों को मार डालने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की मंजूषा को हमारे पास लाए हैं।’