7 उप-पुरोहित राजकुमार को चारों ओर से घेरे रहेंगे। प्रत्येक उप-पुरोहित के हाथ में शस्त्र होगा। जो भी व्यक्ति भवन के भीतर प्रवेश करेगा, उसको तत्काल मौत के घाट उतार देना। जहाँ-कहीं राजकुमार जाए अथवा लौट कर वहाँ से आए, तुम उसके साथ रहना।’
7 लेवीवंशी राजा के साथ रहेंगे। हर एक व्यक्ति अपनी तलवार अपने साथ रखेगा। यदि कोई व्यक्ति मन्दिर में प्रवेश करने की कोशिश करता है तो उस व्यक्ति को मार डालो। तुम्हें राजा के साथ रहना है, वह जहाँ कहीं भी जाये।”
7 और लेवीय लोग अपने अपने हाथ में हथियार लिये हुए राजा के चारों ओर रहें और जो कोई भवन के भीतर घुसे, वह मार डाला जाए। और तुम राजा के आते जाते उसके साथ रहना।
7 लेवी राजा को घेर लेंगे, हर एक के हाथ में उसके शस्त्र होंगे. यदि कोई भी भवन में आने की कोशिश करे, उसका वध कर दिया जाए. राजा के आने जाने में आप हमेशा राजा के साथ साथ रहेंगे.”
7 लेवीय लोग अपने-अपने हाथ में हथियार लिये हुए राजा के चारों ओर रहें और जो कोई भवन के भीतर घुसे, वह मार डाला जाए। और तुम राजा के आते-जाते उसके साथ रहना।”
निवास-स्थान के सम्मुख, पूर्व दिशा में, मिलन-शिविर की सूर्योदय की दिशा में पड़ाव डालने वाले मूसा, हारून और उसके पुत्र थे। उनका यह दायित्व था कि वे इस्राएली समाज के हेतु पवित्र-स्थान के भीतर के धार्मिक कार्य सम्पन्न करें। जो अपुरोहित व्यक्ति सेवा-कार्य के लिए मिलन-शिविर में आता, उसे मृत्यु-दण्ड दिया जाता था।
तू हारून और उसके पुत्रों को नियुक्त करना, और वे अपनी पुरोहिताई का दायित्व संभालेंगे। परन्तु यदि कोई अपुरोहित व्यक्ति शिविर में सेवा-कार्य के लिए आएगा तो उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
पुरोहितों और सेवा-कार्य करनेवाले उप-पुरोहितों के अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति प्रभु के भवन में प्रवेश न करने पाए! पुरोहित और उप-पुरोहित प्रभु की दृष्टि में पवित्र हैं, इसलिए वे उसके भवन में प्रवेश कर सकेंगे, किन्तु शेष सब लोग प्रभु के भवन के संबंध में नियमों का पालन करेंगे।
उप-पुरोहितों और यहूदा प्रदेश के निवासियों ने पुरोहित यहोयादा के आदेश के अनुसार कार्य किया। प्रत्येक दल के उप-पुरोहित, जो विश्राम-दिवस पर कार्यरत थे अथवा जो विश्राम-दिवस पर छुट्टी पर थे, पुरोहित यहोयादा के पास लाए गए; क्योंकि पुरोहित यहोयादा ने अब तक कार्यरत दल को विदा नहीं किया था।