किन्तु राजा योराम की पुत्री यहोशाबा ने अहज्याह के पुत्र योआश का अन्य राजकुमारों के मध्य से, जिनकी हत्या की जाने वाली थी, अपहरण कर लिया। उसने योआश और उसकी धाय को शयनागार में छिपा दिया। यों यहोशाबा ने अतल्याह की दृष्टि से योआश को छिपा दिया, और अतल्याह उसका वध न कर सकी। यहोशाबा राजा योराम की पुत्री, पुरोहित यहोयादा की पत्नी और राजा अहज्याह की बहिन थी।