2 योराम के छ: भाई थे। राजा यहोशाफट के अन्य पुत्रों के ये नाम हैं : अजर्याह, यहीएल, जकर्याह, अजर्याह, मीखाएल और शपत्याह। ये सब यहूदा प्रदेश के राजा यहोशाफट के पुत्र थे।
अत: उसने पुरोहितों और उप-पुरोहितों को एकत्र किया, और उनसे यह कहा, ‘आप लोग प्रतिवर्ष यहूदा प्रदेश के सब नगरों में जाइए, और अपने परमेश्वर के भवन की मरम्मत के लिए इस्राएली लोगों से वार्षिक चन्दा लीजिए। देखिए, यह काम शीघ्र समाप्त होना चाहिए।’ किन्तु उप-पुरोहितों ने काम समाप्त करने में शीघ्रता नहीं की।
ये शतपति यहूदा प्रदेश के सब नगरों में गए, और वहाँ से उन्होंने लेवी-वंश के उपपुरोहितों और इस्राएल के पितृकुलों के मुखियों को एकत्र किया और उनको लेकर यरूशलेम में आए।
इस उत्साह से नबी शमूएल के समय से अब तक पास्का-पर्व नहीं मनाया गया था। जिस प्रकार योशियाह, पुरोहितों, उपपुरोहितों, यहूदा तथा इस्राएल प्रदेशों के निवासियों ने, जो यरूशलेम में उपस्थित थे, और यरूशलेम के रहनेवालों ने पास्का का पर्व मनाया, उस प्रकार इस्राएल देश के राजाओं ने कभी नहीं मनाया था।
मनश्शे के शेष कार्यों का विवरण, परमेश्वर से की गई उसकी प्रार्थना, और द्रष्टाओं के वे सब सन्देश, जो उन्होंने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के नाम में उस को सुनाए थे, इन-सब का विवरण, ‘इस्राएल देश के राजाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में लिखा हुआ है।
तब आहाज अपने मृत पूर्वजों के साथ सो गया। उसको यरूशलेम नगर में गाड़ा गया; परन्तु उसका शव इस्राएल के राजाओं के कब्रिस्तान में नहीं दफनाया गया। उसका पुत्र हिजकियाह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
सीरिया के राष्ट्रीय देवताओं ने उसको पराजित किया था, अत: वह दमिश्क की वेदियों पर उनको बलि चढ़ाने लगा। वह यह सोचता था, ‘सीरिया के राजाओं के देवताओं ने युद्ध में उनकी सहायता की थी; अब यदि मैं उनको बलि चढ़ाऊंगा तो वे मेरी भी सहायता करेंगे।’ किन्तु सीरिया के ये देवता आहाज और समस्त इस्राएलियों के विनाश का कारण बन गए।
यहूदा प्रदेश के राजा आहाज के कारण प्रभु ने यहूदा प्रदेश का पतन किया था; क्योंकि आहाज ने यहूदा प्रदेश के साथ मनमाना व्यवहार किया था और प्रभु के साथ विश्वासघात किया था।