3 इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब ने यहूदा प्रदेश के राजा यहोशाफट से कहा, ‘क्या आप मेरे साथ रामोत-गिलआद नगर को चलेंगे?’ यहोशाफट ने उत्तर दिया, ‘जो मेरा है, वह आप का है : मैं और मेरी सेना। हम युद्ध में आप से कन्धे से कन्धा मिलाकर शत्रु से लड़ेंगे’।
3 अहाब ने यहोशापात से कहा, “क्या तुम मेरे साथ गिलाद के रामोत पर आक्रमण करने चलोगे” अहाब इस्राएल का और यहोशापात यहूदा का राजा था। यहोशापात ने अहाब को उत्तर दिया, “मैं तुम्हारी तरह हूँ और हमारे लोग तुम्हारे लोगों की तरह हैं। हम युद्ध में तुम्हारा साथ देंगे।”
3 और इस्राएल के राजा अहाब ने यहूदा के राजा यहोशापात से कहा, क्या तू मेरे साथ गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करेगा? उसने उसे उत्तर दिया, जैसा तू वैसा मैं भी हूँ, और जैसी तेरी प्रजा, वैसी मेरी भी प्रजा है। हम लोग युद्ध में तेरा साथ देंगे।
3 इस्राएल के राजा अहाब ने यहूदा के राजा यहोशापात से कहा, “क्या तू मेरे साथ गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करेगा?” उसने उसे उत्तर दिया, “जैसा तू वैसा मैं भी हूँ, और जैसी तेरी प्रजा, वैसी मेरी भी प्रजा है। हम लोग युद्ध में तेरा साथ देंगे।”
3 इस्राएल के राजा अहाब ने यहूदिया के राजा यहोशाफ़ात से कहा, “क्या आप मेरे साथ रामोथ-गिलआद पर हमला करने चलेंगे?” यहोशाफ़ात ने उसे उत्तर दिया, “मैं आपके साथ हूं, मेरी प्रजा आपकी प्रजा है हम युद्ध में आपका साथ देंगे.”
3 इस्राएल के राजा अहाब ने यहूदा के राजा यहोशापात से कहा, “क्या तू मेरे साथ गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करेगा?” उसने उसे उत्तर दिया, “जैसा तू वैसा मैं भी हूँ, और जैसी तेरी प्रजा, वैसी मेरी भी प्रजा है। हम लोग युद्ध में तेरा साथ देंगे।”
तत्पश्चात् उसने यहूदा प्रदेश के राजा यहोशाफट को यह सन्देश भेजा, ‘मोआब देश के राजा ने मेरे विरुद्ध विद्रोह कर दिया है। क्या आप मोआब देश से युद्ध करने के लिए मेरे साथ चलेंगे?’ यहूदा प्रदेश के राजा ने उत्तर भेजा, ‘निस्सन्देह, मैं आपके साथ जाऊंगा। जो मेरा है, वह आपका है - मैं, मेरी सेना, मेरे रथ।’
उसने यहोशाफट से पूछा, ‘क्या आप रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए मेरे साथ चलेंगे?’ यहोशाफट ने इस्राएल प्रदेश के राजा को उत्तर दिया, ‘जो मेरा है, वह आपका है : मैं, मेरी सेना, मेरे रथ।’
रामोत-गिलआद क्षेत्र में बेन-गेबेर था। उसके अधीन मनश्शे के पुत्र याईर के नाम पर बसे हुए गांव भी थे, जो गिलआद प्रदेश में थे। इनके अतिरिक्त उसके अधिकार में अर्गोब क्षेत्र भी था, जो बाशान प्रदेश में था। इस क्षेत्र में परकोटे वाले साठ महानगर थे, जिनके द्वार की अर्गलाएं कांस्य धातु की थीं।
कुछ वर्षों के बाद वह राजा अहाब के पास उसकी राजधानी सामरी नगर गया। राजा अहाब ने उसके और उसके साथ के उच्चाधिकारियों के सम्मान में असंख्य भेड़-बकरियां और बैल काटे। उसने यहोशाफट को उकसाया कि वह उसके साथ रामोत-गिलआद नगर पर चढ़ाई करे।
तब द्रष्टा येहू बेन-हनानी उससे भेंट करने को निकला। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, क्या आपको चाहिए था कि आप दुष्कर्मी की सहायता करें? आप प्रभु के प्रेम का तिरस्कार करने वालों से प्रेम करते हैं। महाराज, आपने ठीक नहीं किया। आपके इसी कार्य के कारण प्रभु का क्रोध आप पर भड़का।