1 आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में इस्राएल प्रदेश के राजा बाशा ने यहूदा प्रदेश पर आक्रमण किया, और रामाह नगर की किलाबन्दी कर दी जिससे यहूदा प्रदेश के राजा आसा के आवागमन का मार्ग अवरुद्ध हो गया।
1 आसा के राज्यकाल के छत्तीसवें वर्ष बाशा ने यहूदा देश पर आक्रमण किया। बाशा इस्राएल का राजा था। वह रामा नगर में गया और इसे एक किले के रूप में बनाया। बाशा ने रामा नगर का उपयोग यहूदा के राजा आसा के पास जाने और उसके पास से लोगों को आने से रोकने के लिये किया।
1 आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा पर चढ़ाई की और रामा को इसलिये दृढ़ किया, कि यहूदा के राजा आसा के पास कोई आने जाने न पाए।
1 आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा पर चढ़ाई की और रामा को इसलिये दृढ़ किया कि यहूदा के राजा आसा के पास कोई आने जाने न पाए।
1 आसा के शासनकाल के छत्तीसवें साल में बाशा ने यहूदिया पर हमला कर दिया और रामाह नगर को बसाया, इसलिये कि इस्राएल का कोई भी व्यक्ति इस्राएल की सीमा से बाहर न जाने पाए और न कोई यहूदिया के राजा आसा के पास जा सके.
1 आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा पर चढ़ाई की और रामाह को इसलिए दृढ़ किया, कि यहूदा के राजा आसा के पास कोई आने-जाने न पाए।
उसने समस्त यहूदा तथा बिन्यामिन कुलों के सब लोगों को एकत्र किया। एफ्रइम तथा मनश्शे गोत्रों और शिमोन कुल के असंख्य लोग इस्राएल प्रदेश को त्यागकर राजा आसा के पास आ गए थे, और उसके राज्य में निवास करने लगे थे; क्योंकि उन्होंने अनुभव किया था कि प्रभु परमेश्वर राजा आसा के साथ है। राजा आसा ने इन लोगों को भी एकत्र किया।
उन दिनों में युद्ध के समय जनता का नेतृत्व करने वाले अगुए को कहीं शान्ति नहीं मिलती थी; क्योंकि समस्त देश के निवासियों में भगदड़ और अशान्ति फैली हुई थी।
यदि ये लोग यरूशलेम नगर में प्रभु के भवन में बलि चढ़ाने के लिए जाएंगे तो इनका हृदय अपने स्वामी, यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर उन्मुख हो जाएगा। ये मेरा वध कर देंगे, और यहूदा प्रदेश के राजा रहबआम की ओर लौट जाएंगे।’
तब आसा ने प्रभु के भवन और अपने राजमहल के खजाने का सोना-चांदी निकाला और उसको अपने सेवकों के हाथ से बेन-हदद के पास भेज दिया। बेन-हदद सीरिया देश का राजा था। वह दमिश्क नगर में रहता था।
यिश्माएल ने जिस अंधे-कुएं में लाशों को फेंका था, वह बहुत बड़ा था। यह कुआं राजा आसा ने इस्राएल प्रदेश के राजा बाशा के आक्रमण से बचने के लिए खोदा था। अब यिश्माएल ने लाशों से उसको पाट दिया।
अंगरक्षकों का नायक नबूजरदान यिर्मयाह को जंजीरों से बान्ध कर ला रहा था। यिर्मयाह के साथ यरूशलेम और यहूदा प्रदेश के बन्दी भी थे, जो गुलाम बन कर बेबीलोन जा रहे थे। नबूजरदान ने रामाह नगर में यिर्मयाह को मुक्त कर दिया, और उनको रामाह नगर से चले जाने दिया। इसके पश्चात् यिर्मयाह को प्रभु का सन्देश मिला।