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ऑनलाइन बाइबिल

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2 इतिहास 10:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

6 रहबआम ने धर्मवृद्धों से विचार-विमर्श किया। जब राजा सुलेमान जीवित था, उन दिनों में ये धर्मवृद्ध उसकी परिचर्या करते थे। रहबआम ने पूछा, ‘आप मुझे क्‍या सलाह देते हैं? मैं इन लोगों को क्‍या उत्तर दूं?’

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पवित्र बाइबल

6 तब राजा रहूबियाम ने उन बुजुर्ग लोगों से बातें कीं जिन्होंने पहले उसके पिता की सेवा की थी। रहूबियाम ने उनसे कहा, “आप इन लोगों से क्या कहने के लिये सलाह देते हैं?”

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Hindi Holy Bible

6 तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके साम्हने अपस्थित रहा करते थे, यह कहकर सम्मति ली, कि इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

6 तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे, यह कहकर सम्मति ली, “इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इसमें तुम क्या सम्मति देते हो?”

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सरल हिन्दी बाइबल

6 इसी समय राजा रिहोबोयाम ने उन पुरनियों से सलाह ली, जो उसके पिता शलोमोन के जीवन भर उनके सेवक रहे थे. उसने पूछा, “मेरे लिए आपकी क्या राय है? मैं इन लोगों को क्या उत्तर दूं?”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

6 तब राजा रहबाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे, यह कहकर सम्मति ली, “इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इसमें तुम क्या सम्मति देते हो?”

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2 इतिहास 10:6
11 क्रॉस रेफरेंस  

मैंने हृदय में सोचा, “जो आयु में बड़े हैं, पहले उनको बोलने दो; बड़े-बूढ़े ही बुद्धि की बातें सिखाएँ।”


अन्‍यथा तुम्‍हें अपने प्राण से हाथ धोना पड़ेगा। तुमने मुझे अपने प्रभु परमेश्‍वर के पास यह कहकर भेजा था, “हमारे प्रभु परमेश्‍वर से हमारे लिए प्रार्थना कीजिए, और जो कुछ वह हम से कहेगा, हम करेंगे।”


अपने मित्र को, और अपने पिता के मित्र को कभी मत छोड़ना; अपने संकट के दिन अपने भाई के घर में पैर मत रखना। दूर रहनेवाले भाई से पास रहनेवाला पड़ोसी उत्तम है।


सलाह को मानो, शिक्षा को ग्रहण करो; जिससे तुम आगे के लिए बुद्धिमान बन सको।


मूर्ख मनुष्‍य को अपना आचरण अपनी दृष्‍टि में उचित लगता है, पर बुद्धिमान मनुष्‍य दूसरों की सलाह को ध्‍यान से सुनता है।


अबशालोम ने अहीतोफल से पूछा, ‘आप लोग सलाह दीजिए। अब हमें क्‍या करना चाहिए?’


रहबआम ने उन्‍हें उत्तर दिया, ‘तुम तीन दिन के पश्‍चात् मेरे पास लौट कर आना।’ अत: लोग चले गए।


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