अत: गाद दाऊद के पास आया। उसने यह बात दाऊद को बताई। उसने दाऊद से कहा, ‘क्या आप चाहते हैं कि आपके देश में तीन वर्ष तक अकाल पड़े? या आप तीन महीने तक अपने बैरियों के कारण, जो आपका पीछा करेंगे, भागते रहें? अथवा क्या आप पसन्द करेंगे कि आपके देश पर तीन दिन तक महामारी का प्रकोप हो? अब आप सोच-विचार कर निर्णय दीजिए कि मैं लौट कर अपने भेजने वाले को उत्तर दूँ।’
आपके धर्मनेताओं को रात-दिन आपकी आध्यात्मिक भलाई की चिन्ता रहती है, क्योंकि वे इसके लिए उत्तरदायी हैं। इसलिए आप लोग उनका आज्ञापालन करें और उनके अधीन रहें, जिससे वे अपना कर्त्तव्य आनन्द के साथ, न कि आहें भरते हुए, पूरा कर सकें; क्योंकि इस से आप को कोई लाभ नहीं होगा।
क्या मैं रोटी, अंगूर का रस और पशुओं का मांस, जिन्हें मैंने अपने ऊन कतरने वालों के लिए मारा है, ऐसे आदमियों को दे दूं, जिनके विषय में मैं नहीं जानता कि वे कहां से आए हैं?’
दाऊद ने अपने सैनिकों को आदेश दिया, ‘प्रत्येक सैनिक अपनी तलवार बाँध ले!’ अत: हर एक सैनिक ने अपनी तलवार बाँध ली। दाऊद ने भी अपनी तलवार बाँध ली। प्राय: चार सौ सैनिक दाऊद के पीछे-पीछे गए। दो सौ सैनिक सामान के पास रह गए।