1 राजाओं 20:42 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)42 नबी ने राजा से कहा, ‘प्रभु यों कहता है : जिस व्यक्ति का पूर्ण संहार करने के लिए मैंने उसको तेरे हाथ में सौंपा था, तूने उसको मुक्त कर दिया। इसलिए मैं उसके प्राण के बदले में तेरा प्राण लूंगा। उसकी जनता के बदले में तेरी जनता का संहार करूंगा।’ अध्याय देखेंपवित्र बाइबल42 तब नबी ने राजा से कहा, “यहोवा तुमसे यह कहता है, ‘तुमने उस व्यक्ति को स्वतन्त्र किया जिसे मैंने मर जाने को कहा। अत: उसका स्थान तुम लोगे, तुम मर जाओगे और तुम्हारे लोग दुश्मनों का स्थान लेंगे, तुम्हारे लोग मरेंगे।’” अध्याय देखेंHindi Holy Bible42 तब उसने राजा से कहा, यहोवा तुझ से यों कहता है, इसलिये कि तू ने अपने हाथ से ऐसे एक मनुष्य को जाने दिया, जिसे मैं ने सत्यानाश हो जाने को ठहराया था, तुझे उसके प्राण की सन्ती अपना प्राण और उसकी प्रजा की सन्ती, अपनी प्रजा देनी पकेगी। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)42 तब उसने राजा से कहा, “यहोवा तुझ से यों कहता है, ‘इसलिये कि तू ने अपने हाथ से ऐसे एक मनुष्य को जाने दिया, जिसे मैं ने सत्यानाश हो जाने को ठहराया था, तुझे उसके प्राण के बदले अपना प्राण और उसकी प्रजा के बदले, अपनी प्रजा देनी पड़ेगी।’ ” अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल42 तब भविष्यद्वक्ता ने राजा से कहा, “यह संदेश याहवेह की ओर से है, ‘जिस व्यक्ति को मैंने पूर्ण विनाश के लिए अलग किया था, तुमने उसे अपने अधिकार में आने के बाद भी मुक्त कर दिया है, अब उसके प्राणों के स्थान पर तुम्हारे प्राण ले लिए जाएंगे और उसकी प्रजा के स्थान पर तुम्हारी प्रजा.’ ” अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201942 तब उसने राजा से कहा, “यहोवा तुझ से यह कहता है, ‘इसलिए कि तूने अपने हाथ से ऐसे एक मनुष्य को जाने दिया, जिसे मैंने सत्यानाश हो जाने को ठहराया था, तुझे उसके प्राण के बदले अपना प्राण और उसकी प्रजा के बदले, अपनी प्रजा देनी पड़ेगी।’” अध्याय देखें |
बेन-हदद ने उससे कहा, ‘जो नगर मेरे पिता ने आपके पिता के हाथ से छीने थे, उन्हें मैं आपको लौटा दूंगा। जैसे मेरे पिता ने अपना माल बेचने के लिए सामरी नगर में व्यापार केन्द्र स्थापित किए थे, वैसे आप भी दमिश्क नगर में व्यापार केन्द्र स्थापित कर सकते हैं।’ अहाब ने कहा, ‘मैं सन्धि की इन्हीं शर्तों के आधार पर तुम्हें छोड़ता हूं।’ अहाब ने बेन-हदद से सन्धि स्थापित की, और उसे मुक्त कर दिया।
राजा वहां से गुजरा। उसने राजा की दुहाई दी, ‘महाराज, मैं आपका सेवक, युद्ध भूमि में गया था। वहां आपका एक सैनिक शत्रु-सेना के एक सैनिक को मेरे पास लाया। उसने मुझसे कहा, “इस आदमी पर पहरा देना। यदि यह भाग जाएगा तो मैं इसके प्राण के बदले में तुम्हारा प्राण लूंगा। अथवा तुम्हें पैंतीस किलो चांदी देनी पड़ेगी।”
हजाएल ने पूछा, ‘स्वामी, आप क्यों रो रहे हैं?’ एलीशा ने कहा, ‘जो अनिष्ट तू इस्राएली राष्ट्र के साथ करेगा, उसको मैं जानता हूं। तू उनके गढ़ों में आग लगाएगा। तू उनके युवकों को तलवार से मौत के घाट उतारेगा। उनके बच्चों को पत्थर पर पटक-पटक कर टुकड़े-टुकड़े करेगा। उनकी गर्भवती स्त्रियों के पेट चीरेगा।’