1 राजाओं 20:33 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)33 बेन-हदद के दरबारी शुभ अवसर की ताक में थे। उन्होंने अविलम्ब इस अवसर से लाभ उठाया। उन्होंने कहा, “हां आपके भाई बेन-हदद जीवित हैं।” अहाब ने आदेश दिया, ‘जाओ, उन्हें लाओ।’ बेन-हदद किले से बाहर निकला, और उसके पास आया। अहाब ने उसे अपने रथ पर पर बैठाया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल33 बेन्हदद के व्यक्ति राजा अहाब से ऐसा कुछ कहलवाना चाहते थे, जिससे यह पता चले कि वह बेन्हदद को नहीं मारेगा। जब अहाब ने बेन्हदद को भाई कहा तो सलाहकारों ने तुरन्त कहा, “हाँ! बेन्हदद आपका भाई है।” अहाब ने कहा, “उसे मेरे पास लाओ।” अत: बेन्हदद राजा अहाब के पास आया। राजा अहाब ने अपने साथ उसे अपने रथ में बैठने को कहा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible33 उन लोगों ने इसे शुभ शकुन जानकर, फुतीं से बूझ लेने का यत्न किया कि यह उसके मन की बात है कि नहीं, और कहा, हां तेरा भाई बेन्हदद। राजा ने कहा, जा कर उसको ले आओ। तब बेन्हदद उसके पास निकल आया, और उसने उसे अपने रथ पर चढ़ा लिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)33 उन लोगों ने इसे शुभ शकुन जानकर, फुर्ती से बूझ लेने का यत्न किया कि यह उसके मन की बात है कि नहीं, और कहा, “हाँ तेरा भाई बेन्हदद।” राजा ने कहा, “जाकर उसको ले आओ।” तब बेन्हदद उसके पास निकल आया, और उसने उसे अपने रथ पर चढ़ा लिया। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल33 वहां बेन-हदद के मंत्री सही इशारे का इंतजार कर रहे थे. इसे ही शुभ संकेत समझकर उन्होंने तुरंत उत्तर दिया, “जी हां, जी हां, आपका ही भाई बेन-हदद.” राजा अहाब ने उन्हें आदेश दिया, “जाओ, उसे ले आओ!” तब बेन-हदद अहाब के सामने आया. अहाब ने उसे अपने रथ पर ऊपर बुलाया. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201933 उन लोगों ने इसे शुभ शकुन जानकर, फुर्ती से बूझ लेने का यत्न किया कि यह उसके मन की बात है कि नहीं, और कहा, “हाँ तेरा भाई बेन्हदद।” राजा ने कहा, “जाकर उसको ले आओ।” तब बेन्हदद उसके पास निकल आया, और उसने उसे अपने रथ पर चढ़ा लिया। अध्याय देखें |
बेन-हदद ने उससे कहा, ‘जो नगर मेरे पिता ने आपके पिता के हाथ से छीने थे, उन्हें मैं आपको लौटा दूंगा। जैसे मेरे पिता ने अपना माल बेचने के लिए सामरी नगर में व्यापार केन्द्र स्थापित किए थे, वैसे आप भी दमिश्क नगर में व्यापार केन्द्र स्थापित कर सकते हैं।’ अहाब ने कहा, ‘मैं सन्धि की इन्हीं शर्तों के आधार पर तुम्हें छोड़ता हूं।’ अहाब ने बेन-हदद से सन्धि स्थापित की, और उसे मुक्त कर दिया।
येहू ने वहां से प्रस्थान किया। उसको यहोनादब बेन-रेकाब मिला, जो उससे भेंट करने के लिए आ रहा था। येहू ने उसका अभिवादन किया। येहू ने पूछा, ‘जैसा मेरा हृदय तुम्हारे प्रति निष्कपट है, क्या वैसा ही तुम्हारा हृदय मेरे प्रति है?’ यहोनादब ने उत्तर दिया, ‘हां, है।’ येहू ने कहा, ‘यदि तुम्हारा हृदय निष्कपट है, तो मुझे अपना हाथ दो।’ यहोनादब ने अपना हाथ उसके हाथ में दिया। येहू ने उसको अपने साथ रथ पर चढ़ा लिया।