उसने अपने जाति-भाई-बन्धुओं तथा सामरी सेना के सम्मुख यह कहा, ‘ये शक्तिहीन यहूदी क्या कर रहे हैं? क्या ये अपने बल पर पुनर्निर्माण करने में सफल होंगे? क्या ये फिर चढ़ावा चढ़ाएंगे? क्या ये एक दिन में काम समाप्त कर लेंगे? क्या ये मलवों में दबे हुए बेकाम पत्थरों को निकाल कर उन्हें शहरपनाह की दीवार में फिर लगाएंगे?’
जिन नगरों में भवन-निर्माण के लिए राजा सुलेमान ने लोगों से बेगार कराया था, उनका यह विवरण है : प्रभु का मन्दिर, सुलेमान का राजमहल, मिल्लो, यरूशलेम का परकोटा, हासोर, मगिद्दो, गेजेर
यदि नहीं, तो अबीमेलक से आग निकले और शकेम और बेत-मिल्लो के प्रमुख नागरिकों को भस्म कर दे। शकेम और बेत-मिल्लो के प्रमुख नागरिकों से आग निकले और अबीमेलक को भस्म कर दे।’
तत्पश्चात् शकेम नगर तथा बेत-मिल्लो नगर के सब प्रमुख नागरिक एकत्र हुए। वे शकेम के बड़े पत्थर के निकट बांज वृक्ष के पास गए, और उन्होंने अबीमेलक को राजा घोषित कर दिया।