यहोवा कहता है, “हे इस्राएल के लोगों, तुम कहा करते थे कि मैंने तुम्हारी माता यरूशलेम को त्याग दिया। किन्तु वह त्यागपत्र कहाँ है जो प्रमाणित कर दे कि मैंने उसे त्यागा है। हे मेरे बच्चों, क्या मुझको किसी का कुछ देना है क्या अपना कोई कर्ज चुकाने के लिये मैंने तुम्हें बेचा है नहीं! देखो जरा, तुम बिके थे इसलिए कि तुमने बुरे काम किये थे। इसलिए तुम्हारी माँ (यरूशलेम) दूर भेजी गई थी।
अनेक स्त्रियाँ अपने पतियों को खो देंगी। सागर के बालू से भी अधिक वहाँ विधवायें होंगी। मैं एक विनाशक को दोपहरी में लाऊँगा। विनाशक यहूदा के युवकों की माताओं पर आक्रमण करेगा। मैं यहूदा के लोगों को पीड़ा और भय दूँगा। मैं इसे अतिशीघ्रता से घटित कराऊँगा।
नबियों के लिये सन्देश है: मैं बहुत दु:खी हूँ, मेरा हृदय विदीर्ण हो गया है। मेरी सारी हड्डियाँ काँप रही हैं। मैं (यिर्मयाह) मतवाले के समान हूँ। क्यों यहोवा और उसके पवित्र सन्देश के कारण।
अब तुम्हारी माँ बहुत लज्जित होगी तुम्हें जन्म देने वाली माँ को ग्लानि होगी बाबुल सभी राष्ट्रों की तुलना में सबसे कम महत्व का होगा। वह एक सूनी मरुभूमि होगी।
“मनुष्य के पुत्र, ये व्यक्ति तुमसे बातें करने आए हैं। वे चाहते थे कि तुम मुझसे राय लो। किन्तु वे व्यक्ति अब तक अपनी गन्दी देवमूर्तियों को रखे हैं। वे उन चीजों को रखते हैं जो उनसे पाप कराती हैं। वे अब तक उन मूर्तियों की पूजा करते हैं। इसलिये वे मेरे पास राय लेने क्यों आते हैं क्या मुझे उनके प्रश्नों के उत्तर देने चाहिए नहीं!
“अपनी माँ के साथ विवाद करो! क्योंकि वह मेरी पत्नी नहीं है! और नही मैं उसका पति हूँ! उससे कहो कि वह वेश्या न बनी रहे। उससे कहो कि वह अपने प्रेमियों को अपनी छातियों के बीच से दूर हटा दे।
उनकी माँ ने वेश्या का सा आचरण किया है। उनकी माँ को, जो काम उसने किये हैं, उनके लिये लज्जित होना चाहिये। उसने कहा था, ‘मैं अपने प्रेमियों के पास चली जाऊँगी। मेरे प्रेमी मुझे खाने और पीने को देते हैं। वे मुझे ऊन और सन देते हैं। वे मुझे दाखमधु और जैतून का तेल देते हैं।’
सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “उस समय, मैं पृथ्वी से सभी मूर्तियों को हटा दूँगा। लोग उनका नाम भी याद नहीं रखेंगे और मैं झूटे नबियों और अशुद्ध आत्माओं को भी पृथ्वी से हटा दूँगा।