श्रेष्ठगीत 8:6 - पवित्र बाइबल6 अपने हृदय पर तू मुद्रा सा धर। जैसी मुद्रा तेरी बाँह पर है। क्योंकि प्रेम भी उतना ही सबल है जितनी मृत्यु सबल है। भावना इतनी तीव्र है जितनी कब्र होती है। इसकी धदक धधकती हुई लपटों सी होती है! अध्याय देखेंHindi Holy Bible6 मुझे नगीने की नाईं अपने हृदय पर लगा रख, और ताबीज की नाईं अपनी बांह पर रख; क्योंकि प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है, और ईर्षा कब्र के समान निर्दयी है। उसकी ज्वाला अग्नि की दमक है वरन परमेश्वर ही की ज्वाला है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)6 ओ मेरे प्रियतम! मुझे मुहर की तरह अपने हृदय पर अंकित कर लो। ताबीज के समान अपनी बाँह पर बांध लो, क्योंकि प्रेम मृत्यु जैसा शक्तिशाली है, और ईष्र्या कबर के समान निर्दयी है। उसकी लपटें आग की लपटों जैसी होती हैं, उसकी ज्वाला बड़ी उग्र होती है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)6 मुझे नगीने के समान अपने हृदय पर लगा रख, और ताबीज़ के समान अपनी बाँह पर रख; क्योंकि प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है, और ईर्ष्या क़ब्र के समान निर्दयी है। उसकी ज्वाला अग्नि की दमक है वरन् परमेश्वर ही की ज्वाला है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल6 अपने हृदय पर मुझे एक मोहर जैसे लगा लो, हाथ पर मोहर के समान; प्रेम उतना ही सामर्थ्यी है, जितनी मृत्यु, ईर्ष्या उतनी ही निर्दयी, जितनी मृत्यु. उसकी ज्वाला आग की ज्वाला है, जो वास्तव में याहवेह ही की ज्वाला है. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20196 मुझे नगीने के समान अपने हृदय पर लगा रख, और ताबीज़ की समान अपनी बाँह पर रख; क्योंकि प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है, और ईर्ष्या कब्र के समान निर्दयी है। उसकी ज्वाला अग्नि की दमक है वरन् परमेश्वर ही की ज्वाला है। (यशा. 49:16) अध्याय देखें |
“याजक हारून के पोते तथा एलीआजार के पुत्र पीनहास ने इस्राएल लोगों को मेरे क्रोध से बचा लिया है। उसने मुझे प्रसन्न करने के लिए कठिन प्रयत्न किया। वह वैसा ही है जैसा मैं हूँ। उसने मेरी प्रतिष्ठा को लोगों में सुरक्षित रखने का प्रयत्न किया। इसलिए मैं लोगों को वैसे ही नहीं मारूँगा जैसे मैं मारना चाहता था।
मूर्तियों की पूजा करके उन्होंने मुझमें ईर्ष्या उत्पन्न की वे मूर्तियाँ ईश्वर नहीं हैं। तुच्छ मूर्तियों को पूज कर उन्होंने मुझे क्रुद्ध किया है! अब मैं इस्राएल को बनाऊँगा ईर्ष्यालु। मैं उन लोगों का उपयोग करूँगा, जो गठित नहीं हुये हैं राष्ट्र में। मैं करूगाँ प्रयोग मूर्ख राष्ट्र का और लोगों से उन पर क्रोध बरसाऊँगा।