लूका 20:20 - पवित्र बाइबल20 सो वे सावधानी से उस पर नज़र रखने लगे। उन्होंने ऐसे गुप्तचर भेजे जो ईमानदार होने का ढोंग रचते थे। (ताकि वे उसे उसकी कही किसी बात में फँसा कर राज्यपाल की शक्ति और अधिकार के अधीन कर दें।) अध्याय देखेंHindi Holy Bible20 और वे उस की ताक में लगे और भेदिये भेजे, कि धर्म का भेष धरकर उस की कोई न कोई बात पकड़ें, कि उसे हाकिम के हाथ और अधिकार में सौंप दें। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)20 वे येशु को फँसाने की ताक में रहते थे। उन्होंने उनके पास गुप्तचर भेजे, कि वे धर्मी होने का ढोंग रच कर येशु को किसी न किसी कथन में पकड़ लें, जिससे वे उन्हें राज्यपाल के शासन और अधिकार में दे सकें। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)20 और वे उस की ताक में लगे और भेदिए भेजे कि धर्म का भेष धरकर उसकी कोई न कोई बात पकड़ें, ताकि उसे हाकिम के हाथ और अधिकार में सौंप दें। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल20 वे उसकी ताक में थे और उन्होंने धर्मियों का स्वाँग रचनेवाले भेदियों को भेजा, ताकि उसे उसी की बात में पकड़ें और राज्यपाल के हाथ और अधिकार में सौंप दें। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल20 वे प्रभु येशु की गतिविधियों पर दृष्टि रखे हुए थे. उन्होंने प्रभु येशु के पास अपने गुप्तचर भेजे कि वे धर्म का ढोंग कर प्रभु येशु को उनकी ही किसी बात में फंसाकर उन्हें राज्यपाल को सौंप दें. अध्याय देखें |
तब यिर्मयाह के शत्रुओं ने कहा, “आओ, हम यिर्मयाह के विरुद्ध षडयन्त्र रचे। निश्चय ही, याजक द्वारा दी गई व्यवस्था की शिक्षा मिटेगी नहीं और बुद्धिमान लोगों की सलाह अब भी हम लोगों को मिलेगी। हम लोगों को नबियों के सन्देश भी मिलेंगे। अत: हम लोग उसके बारे में झूठ बोलें। उससे वह बरबाद होगा। वह जो कुछ कहता है, हम किसी पर ध्यान नहीं देंगे।”
मैं अनेक लोगों को दबी जुबान अपने विरुद्ध बातें करता सुनता हूँ। सर्वत्र मैं वह सब सुनता हूँ जो मुझे भयभीत करते हैं। यहाँ तक कि मेरे मित्र भी मेरे विरुद्ध बातें करते हैं। चलो हम अधिकारियों को इसके बारे में सूचित करें। लोग केवल इस प्रतीक्षा में हैं कि मैं कोई गलती करूँ। वे कह रहे हैं, “आओ हम झूठ बोलें और कहें कि उसने कुछ बुरे काम किए हैं। सम्भव है हम यिर्मयाह को धोखा दे सकें। तब वह हमारे साथ होगा। अन्तत: हम उससे छुटकारा पायेंगे। तब हम उसे दबोच लेंगे और उससे अपना बदला ले लेंगे।”
किन्तु जब दूसरे पर्यवेक्षकों और प्रांत—अधिपतियों ने इसके बारे में सुना तो उन्हें दानिय्येल से ईर्ष्या होने लगी। वे दानिय्येल को कोसने के लिये कारण ढूँढने का जतन करने लगे। सो जब दानिय्येल सरकारी कामकाज से कहीं बाहर जाता तो वे उसके द्वारा किये गये कामों पर नज़र रखने लगे। किन्तु फिर भी वे दानिय्येल में कोई दोष नहीं ढूँढ़ पाये। सो वे उस पर कोई गलत काम करने का दोष नहीं लगा सके। दानिय्येल बहुत ईमानदार और भरोसेमंद व्यक्ति था। उसने राजा के साथ कभी कोई छल नहीं किया। वह कठिन परिश्रमी था।