31 “बाबुल, तुम बहुत गर्वीले हो, और मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ।” हमारा स्वामी सर्वशक्तिमान यहोवा यह सब कहता है। “मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ, और तुम्हारे दण्डित होने का समय आ गया है।
31 “ओ अहंकारी, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूं, तुम यह देख लेना,” यह प्रभु सेनाओं के याहवेह की वाणी है, “क्योंकि तुम्हारा समय आ गया है, वह समय, जब मैं तुम्हें दंड दूंगा.
“धनुर्धारियों को बाबुल के विरुद्ध बुलाओ। उन लोगों से नगर को घेरने को कहो। किसी को बच निकलते मत दो। जो उसने बुरा किया है उसका उल्टा भुगतान करो। उसके साथ वही करो जो उसने अन्य राष्ट्रों के साथ किया है। बाबुल ने यहोवा का सम्मान नहीं किया। बाबुल इस्राएल के पवित्रतम के प्रति बड़ा क्रूर रहा। अत: बाबुल को दण्ड दो।
“यरूशलेम, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। तुम पर्वत की चोटी पर बैठी हो। तुम इस घाटी के ऊपर एक रानी की तरह बैठी हो। यरूशलेम के लोगों, तुम कहते हो, ‘कोई भी हम पर आक्रमण नहीं कर सकता। कोई भी हमारे दृढ़ नगर में घुस नहीं सकता।’” किन्तु यहोवा के यहाँ से उस सन्देश को सुनो:
इसी प्रकार हे नव युवकों! तुम अपने धर्मवृद्धों के अधीन रहो। तुम एक दूसरे के प्रति विनम्रता धारण करो, क्योंकि “परमेश्वर अभिमानियों का विरोध करता है किन्तु दीन जनों पर सदा अनुग्रह रहता है।”
किन्तु परमेश्वर ने हम पर अत्यधिक अनुग्रह दर्शाया है, इसलिए शास्त्र में कहा गया है, “परमेश्वर अभिमानियों का विरोधी है, जबकि दीन जनों पर अपनी अनुग्रह दर्शाता है।”
सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “नीनवे, मैं तेरे विरूद्ध हूँ! मैं तेरे रथों को युद्ध में जला दूँगा। मैं तेरे ‘जवान सिंहों’ की हत्या करूँगा। तू फिर कभी इस धरती पर कोई भी अपना शिकार मार नहीं पायेगा। लोग फिर कभी तेरे हरकारों को नहीं सुनेंगे।”
“मनुष्य के पुत्र, गोग के विरुद्ध मेरे लिये कहो। उससे कहो कि स्वामी यहोवा यह कहता है, ‘गोग, तुम मेशेक और तूबल देशों के सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख हो! किन्तु मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ।
सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “हे नीनवे, मैं तेरे विरूद्ध हूँ। मैं तेरे वस्त्र तेरे मुँह तक ऊपर उठा दूँगा। तेरी नग्न देह को मैं सारे देशों को दिखा दूँगा। वे सारे राज्य तेरी लाज को देखेंगे।
कहो, ‘मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “‘मिस्र के राजा फिरौन, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। तुम नील नदी के किनारे विश्राम करते हुए विशाल दैत्य हो। तुम कहते थे, “यह मेरी नदी है! मैंने यह नदी बनाई है!”
यहोवा कहता है, “बाबुल, तुम पर्वत को गिरा रहे हो और मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। बाबुल, तुमने पूरा देश नष्ट किया है, और मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। मैं तुम्हारे विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाऊँगा। मैं तुम्हें चट्टानों से लुढ़काऊँगा। मैं तुम्हें जला हुआ पर्वत कर दूँगा।
गर्वीला बाबुल ठोकर खाएगा और गिरेगा और कोई व्यक्ति उसे उठाने में सहायता नहीं करेगा। मैं उसके नगरों में आग लगाऊँगा, वह आग उसके चारों ओर के सभी को पूरी तरह जला देगी।”
एदोम, तुमने अन्य राष्ट्रों को आतंकित किया है। अत: तुमने समझा कि तुम महत्वपूर्ण हो। किन्तु तुम मूर्ख बनाए गए थे। तुम्हारे घमण्ड ने तुझे धोखा दिया है। एदोम, तुम ऊँचे पहाड़ियों पर बसे हो, तुम बड़ी चट्टानों और पहाड़ियों के स्थानों पर सुरक्षित हो। किन्तु यदि तुम अपना निवास उकाब के घोंसले की ऊँचाई पर ही क्यों न बनाओ, तो भी मैं तुझे पा लूँगा और मैं वहाँ से नीचे ले आऊँगा।” यहोवा ने यह सब कहा।
इसलिए वे नाश जो महामृत्यु, महारोदन और वह दुर्भिक्ष भीषण है। उसको एक ही दिन घेर लेंगे, और उसको जला कर भस्म कर देंगे क्योंकि परमेश्वर प्रभु जो बहुत सक्षम है, उसी ने इसका यह न्याय किया है।
यहोवा ने एक विशेष दिन की योजना बनायी है। उस दिन, यहोवा अहंकारियों और बड़े बोलने वाले लोगों को दण्ड देगा। तब उन अहंकारी लोगों को साधारण बना दिया जायेगा।