यिर्मयाह 50:28 - पवित्र बाइबल28 लोग बाबुल देश से भाग रहे है, वे उस देश से बच निकल रहे हैं। वे लोग सिय्योन को आ रहे हैं और वे सभी से वह कह रहे हैं जो यहोवा कर रहा है। वे कह रहे हैं कि बाबुल को, जो दण्ड मिलना चाहिये। यहोवा उसे दे रहा है। बाबुल ने यहोवा के मन्दिर को नष्ट किया, अत: अब यहोवा बाबुल को नष्ट कर रहा है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible28 सुनो, बाबुल के देश में से भागने वालों का सा बोल सुनाई पड़ता है जो सिय्योन में यह समाचार देने को दौड़े आते हैं, कि हमारा परमेश्वर यहोवा अपने मन्दिर का बदला ले रहा है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)28 ‘सुनो, वे बेबीलोन देश से भाग कर जा रहे हैं। वे सियोन जा रहे हैं कि वहां हमारे प्रभु परमेश्वर के प्रतिशोध की घोषणा करें, और यह घोषित करें कि प्रभु परमेश्वर ने अपने मन्दिर का प्रतिशोध ले लिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)28 “सुनो, बेबीलोन के देश में से भागनेवालों का सा बोल सुनाई पड़ता है जो सिय्योन में यह समाचार देने को दौड़े आते हैं, कि हमारा परमेश्वर यहोवा अपने मन्दिर का बदला ले रहा है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल28 बाबेल से आए शरणार्थियों तथा आश्रयहीनों का स्वर सुनाई दे रहा है, कि ज़ियोन में उनके मंदिर के लिए, याहवेह हमारे परमेश्वर के बदले की घोषणा की जा सके. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201928 “सुनो, बाबेल के देश में से भागनेवालों का सा बोल सुनाई पड़ता है जो सिय्योन में यह समाचार देने को दौड़े आते हैं, कि हमारा परमेश्वर यहोवा अपने मन्दिर का बदला ले रहा है। अध्याय देखें |
बाबुल के चारों ओर के सैनिकों, युद्ध का उद्घोष करो। अब बाबुल ने आत्म समर्पण कर दिया है। उसकी दीवारों और गुम्बदों को गिरा दिया गया है। यहोवा उन लोगों को वह दण्ड दे रहा है जो उन्हें मिलना चाहिये। राष्ट्रों तुम बाबुल को वह दण्ड दो जो उसे मिलना चाहिये। उसके साथ वह करो जो उसने अन्य राष्ट्रों के साथ किया है।
नहीं! तुम विनम्र तो नहीं हुए और उलटे स्वर्ग के यहोवा के विरूद्ध हो गये। तुमने यहोवा के मन्दिर के पात्रों को अपने पास लाने की आज्ञा दी और फिर तुमने, तुम्हारे शाही हाकिमों ने, तुम्हारी पत्नियों ने, तुम्हारी दासियों ने उन पात्रों में दाखमधु पीया। तुमने चाँदी, सोने, काँसे, लोहे, लकड़ी और पत्थर के देवताओं के गुण गाये। वे सचमुच के देवता नहीं हैं। वे देख नहीं सकते, सुन नहीं सकते तथा वे कुछ समझ भी नहीं सकते हैं। तुमने उस परमेश्वर को आदर नही दिया, जिसका तुम्हारे जीवन या जो कुछ भी तुम करते हो, उस पर अधिकार है।