यिर्मयाह 46:27 - पवित्र बाइबल27 “मेरे सेवक याकूब, भयभीत न हो। इस्राएल, आतंकित न हो। मैं निश्चय ही तुम्हें उन दूर देशों से बचाऊँगा। मैं तुम्हारे बच्चों को वहाँ से बचाऊँगा जहाँ वे बन्दी हैं। याकूब को पुन: सुरक्षा और शान्ति मिलेगी और कोई व्यक्ति उसे भयभीत नहीं करेगा।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible27 परन्तु हे मेरे दास याकूब, तू मत डर, और हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश को बंधुआई के दूर देश से छुड़ा ले आऊंगा। याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसे डराने न पाएगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)27 ‘ओ मेरे सेवक याकूब, मत डर। ओ इस्राएल, मत घबरा। देख, मैं तुझे दूर देश से, तेरी सन्तान को, उसके निष्कासन के देश से, जहां वह कैद है, निकाल लाऊंगा; तब याकूब स्वदेश लौटेगा; वह सुख और चैन से निवास करेगा, और फिर उसको शत्रु भयभीत नहीं करेगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)27 “परन्तु हे मेरे दास याकूब, तू मत डर, और हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश को बँधुआई के दूर देश से छुड़ा ले आऊँगा। याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसे डराने न पाएगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल27 “किंतु तुम, याकोब, मेरे सेवक; तुम भयभीत न होना; इस्राएल, तुम हताश न हो जाना. तुम्हारी बंधुआई के दूर देश में से, मैं तुम्हें एवं तुम्हारे वंशजों को विमुक्त करूंगा. तब याकोब लौट आएगा और शांतिपूर्वक सुरक्षा में ऐसे निवास करेगा, कि उसे कोई भी भयभीत न कर सकेगा. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201927 “परन्तु हे मेरे दास याकूब, तू मत डर, और हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश को बँधुआई के दूर देश से छुड़ा ले आऊँगा। याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसे डराने न पाएगा। अध्याय देखें |
मैं अपने को तुम्हें प्राप्त होने दूँगा।” यह सन्देश यहोवा का है। “मैं तुम्हें तुम्हारे बन्दीखाने से वापस लाऊँगा। मैंने तुम्हें यह स्थान छोड़ने को विवश किया। किन्तु मैं तुम्हें उन सभी राष्ट्रों और स्थानों से इकट्ठा करुँगा जहाँ मैंने तुम्हें भेजा है।” यह सन्देश यहोवा का है। “मैं तुम्हें इस स्थान पर वापस लाऊँगा।”
‘मैंने इस्राएल और यहूदा के लोगों को अपना देश छोड़ने को विवश किया है। मैं उन लोगों पर बहुत क्रोधित था। किन्तु मैं उन्हें इस स्थान पर वापस लाऊँगा। मैं उन्हें उन देशों से इकट्ठा करुँगा जिनमें जाने के लिये मैंने उन्हें विवश किया। मैं उन्हें इस देश में वापस लाऊँगा। मैं उन्हें शान्तिपूर्वक और सुरक्षित रहने दूँगा।