जब मीकायाह ने पत्रक से सन्देश को सुना तो वह राजा के महल में सचिव के कमरे में गया। राजकीय सभी अधिकारी राजमहल में बैठे थे। उन अधिकारियों के नाम ये हैं: सचिव एलीशामा, शमायाह का पुत्र दलायाह, अबबोर का पुत्र एलनातान, शापान का पुत्र गमर्याह, हनन्याह का पुत्र सिदकिय्याह और अन्य सभी राजकीय अधिकारी भी वहाँ थे।
तब शासक और सभी लोग बोल पड़े। उन लोगों ने याजकों और नबियों से कहा, “यिर्मयाह, नहीं मारा जाना चाहिये। यिर्मयाह ने जो कुछ कहा है वह हमारे यहोवा परमेश्वर की ही वाणी है।”
उस समय बारुक ने उस पत्रक को पढ़ा जिसमें यिर्मयाह के कथन थे। उसने पत्रक को यहोवा के मन्दिर में पढ़ा। बारुक ने पत्रक को उन सभी लोगों के सामने पढ़ा जो यहोवा के मन्दिर में थे। बारुक उस समय ऊपरी आँगन में यमरिया के कमरे में था। वह पत्रक को पढ़ रहा था। वह कमरा मन्दिर के नये द्वार के पास स्थित था। यमरिया शापान का पुत्र था। यमरिया मन्दिर में एक शास्त्री था।