यिर्मयाह 30:19 - पवित्र बाइबल19 उन स्थानों पर लोग स्तुतिगान करेंगे। वहाँ हँसी ठट्ठा भी सुनाई पड़ेगा। मैं उन्हें बहुत सी सन्तानें दूँगा। इस्राएल और यहूदा छोटे नहीं रहेंगे। मैं उन्हें सम्मान दूँगा। कोई व्यक्ति उनका अनादर नहीं करेगा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible19 तब उन में से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)19 तब नगर में मेरी स्तुति के गान सुनाई देंगे; आनन्द मनानेवालों का शोर वहां सुनाई देगा। मैं उनकी आबादी बढ़ाऊंगा, और तब वे जनसंख्या में थोड़े न होंगे। मैं उनका गौरव दिन दूना - रात चौगुना बढ़ाऊंगा, और वे फिर तुच्छ न समझे जाएंगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)19 तब उनमें से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल19 उनसे धन्यवाद तथा हर्षोल्लास का स्वर आता रहेगा. मैं उनकी संख्या में वृद्धि करूंगा, उनकी संख्या कम न होगी; मैं उन्हें सम्मान्य बना दूंगा, वे नगण्य न रहेंगे. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201919 तब उनमें से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा। अध्याय देखें |
सिय्योन पर्वत को यहोवा वैसे ही आशीर्वाद देगा। यहोवा को यरूशलेम और उसके खंडहरों के लिये खेद होगा और वह उस नगर के लिये कोई बहुत बड़ा काम करेगा। यहोवा रेगिस्तान को बदल देगा। वह रेगिस्तान अदन के उपवन के जैसे एक उपवन में बदल जायेगा। वह उजाड़ स्थान यहोवा के बगीचे के जैसा हो जाएगा। लोग अत्याधिक प्रसन्न होंगे। लोग वहाँ अपना आनन्द प्रकट करेंगे। वे लोग धन्यवाद और विजय के गीत गायेंगे।
सुदूर देश मेरी प्रतिक्षा में हैं। तर्शीश के बड़े—बड़े जलयान जाने को तत्पर है। ये जलयान तेरे वंशजों को दूर—दूर देशों से लाने को तत्पर हैं और इन जहाजों पर उनका स्वर्ण उनके साथ आयेगा और उनकी चाँदी भी ये जहाज लायेंगे। ऐसा इसलिये होगा कि तेरे परमेश्वर यहोवा का आदर हो। ऐसा इसलिये होगा कि इस्राएल का पवित्र अद्भुत काम करता है।
यहूदा के नगरों से लोग यरूशलेम आएंगे। लोग यरूशलेम को उन छोटे गाँवों से आएंगे जो इसके चारों ओर हैं। लोग उस प्रदेश से आएंगे जहाँ बिन्यामीन का परिवार समूह रहता है। लोग पश्चिमी पहाड़ की तराइयों तथा पहाड़ी प्रदेशों से आएंगे और लोग नेगव से आएंगे। वे सभी लोग होमबलि, बलि, अन्नबलि, सुगन्धि और धन्यवाद भेंट लेकर आएंगे। वे उन भेंटों और बलियों को यहोवा के मन्दिर को लाएंगे।
उन दिनों तुम लोग बड़ी संख्या में देश में होगे।” यह सन्देश यहोवा का है। “उस समय लोग फिर यह कभी नहीं कहेंगे, ‘मैं उन दिनों को याद करता हूँ जब हम लोगों के पास यहोवा का साक्षीपत्र का सन्दूक था।’ वे पवित्र सन्दूक के बारे में फिर कभी सोचेंगे भी नहीं। वे न तो इसे याद करेंगे और न ही उसके लिये अफसोस करेंगे। वे दूसरा पवित्र सन्दूक कभी नहीं बनाएंगे।
सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “शोक मनाने और उपवास के विशेष दिन चौथे महीने, पाँचवें महीने, सातवें महीने और दसवें महीने में हैं। वे शोक के दिन प्रसन्नता के दिन में बदल जाने चाहिये। वे अच्छे और प्रसन्ननता के दिन में बदल जाने चाहिये। वो अच्छे और प्रसन्ननता के पवित्र दिन होंगे और तम्हें सत्य और शान्ति से प्रेम करना चाहिये!”