यिर्मयाह 21:13 - पवित्र बाइबल13 “यरूशलेम, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। तुम पर्वत की चोटी पर बैठी हो। तुम इस घाटी के ऊपर एक रानी की तरह बैठी हो। यरूशलेम के लोगों, तुम कहते हो, ‘कोई भी हम पर आक्रमण नहीं कर सकता। कोई भी हमारे दृढ़ नगर में घुस नहीं सकता।’” किन्तु यहोवा के यहाँ से उस सन्देश को सुनो: अध्याय देखेंHindi Holy Bible13 हे तराई में रहने वाली और समथर देश की चट्टान; तुम जो कहते हो कि हम पर कौन चढ़ाई कर सकेगा, और हमारे वासस्थान में कौन प्रवेश कर सकेगा? यहोवा कहता है कि मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)13 यरूशलेम नगरी के संबंध में प्रभु ने कहा, ‘ओ घाटी में रहने वाली, ओ मैदान की चट्टान! मैं तेरे विरुद्ध हूं। तुम कहती हो, “हम पर कौन आक्रमण कर सकता है? हमारे निवासस्थानों में कौन प्रवेश कर सकता है?” अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)13 “हे तराई में रहनेवाली और समथर देश की चट्टान; तुम जो कहते हो, ‘हम पर कौन चढ़ाई कर सकेगा, और हमारे वासस्थान में कौन प्रवेश कर सकेगा?’ यहोवा कहता है कि मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल13 सुनो, घाटी के निवासियो, सुनो, चट्टानी पठार के निवासियो, अब मैं तुम्हारे विरुद्ध हूं, यह याहवेह की वाणी है— तुम लोग भी सुनो जो इस आश्वासन में संतुष्ट हो, “हम पर कौन आक्रमण कर सकता है? अथवा कौन हमारे आवास में प्रवेश कर सकता है?” अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201913 “हे तराई में रहनेवाली और समथर देश की चट्टान; तुम जो कहते हो, ‘हम पर कौन चढ़ाई कर सकेगा, और हमारे वासस्थान में कौन प्रवेश कर सकेगा?’ यहोवा कहता है कि मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। अध्याय देखें |
एदोम, तुमने अन्य राष्ट्रों को आतंकित किया है। अत: तुमने समझा कि तुम महत्वपूर्ण हो। किन्तु तुम मूर्ख बनाए गए थे। तुम्हारे घमण्ड ने तुझे धोखा दिया है। एदोम, तुम ऊँचे पहाड़ियों पर बसे हो, तुम बड़ी चट्टानों और पहाड़ियों के स्थानों पर सुरक्षित हो। किन्तु यदि तुम अपना निवास उकाब के घोंसले की ऊँचाई पर ही क्यों न बनाओ, तो भी मैं तुझे पा लूँगा और मैं वहाँ से नीचे ले आऊँगा।” यहोवा ने यह सब कहा।
यरूशलेम के न्यायाधीश उनके पक्ष में जो न्यायालय में जीतेगा, निर्णर्य देने के लिए घूस लिया करते हैं। यरूशलेम के याजकों को धन देना पड़ता है, इसके पहले कि वे लोगों को सीख दें। लोगों को नबियों को धन देना पड़ता है। इसके पहले कि वे भविष्य में झाँकें और फिर भी वे मुखिया सोचते हैं कि उन पर कोई दण्ड नहीं पड़ सकता। वे सोचा करते हैं, यहोवा उनको बचा लेगा और वे कहते हैं, “यहोवा हमारे बीच रहता है। इसलिए हमारे साथ कोई बुरी बात घट नहीं सकती है।”