यिर्मयाह 15:3 - पवित्र बाइबल3 यहोवा कहता है कि मैं चार प्रकार की विनाशकारी शक्तियाँ उनके विरुद्ध भेजूँगा। यह सन्देश यहोवा का है। ‘मैं शत्रु को तलवार के साथ मारने के लिए भेजूँगा। मैं कुत्तों को उनका शव घसीट ले जाने को भेजूँगा। मैं हवा में उड़ते पक्षियों और जंगली जानवरों को उनके शवों को खाने और नष्ट करने को भेजूँगा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible3 मैं उनके विरुद्ध चार प्रकार के विनाश ठहराऊंगा: मार डालने के लिये तलवार, फाड़ डालने के लिये कुत्ते, नोच डालने के लिये आकाश के पक्षी, और फाड़ कर खाने के लिये मैदान के हिंसक जन्तु, यहोवा की यह वाणी है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)3 ‘मैंने उन पर ये चार विनाश-दूत नियुक्त किए हैं!’ प्रभु कहता है : ‘वध करने के लिए तलवार, चीरने-फाड़ने के लिए शिकारी कुत्ते, उनके शव खाने के लिए आकाश के पक्षी, और उनको पूर्णत: समाप्त करने के लिए धरती के जंगली पशु। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)3 मैं उनके विरुद्ध चार प्रकार के विनाश ठहराऊँगा; मार डालने के लिये तलवार, फाड़ डालने के लिये कुत्ते, नोच डालने के लिये आकाश के पक्षी, और फाड़कर खाने के लिये धरती के हिंसक जन्तु, यहोवा की यह वाणी है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल3 “मैं उनके लिए चार प्रकार के विनाश निर्धारित कर दूंगा,” यह याहवेह की वाणी है, “संहार के लिए तलवार और उन्हें खींचकर ले जाने के लिए कुत्ते तथा आकाश के पक्षी एवं पृथ्वी के पशु उन्हें खा जाने तथा नष्ट करने के लिए. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20193 मैं उनके विरुद्ध चार प्रकार के विनाश ठहराऊँगाः मार डालने के लिये तलवार, फाड़ डालने के लिये कुत्ते, नोच डालने के लिये आकाश के पक्षी, और फाड़कर खाने के लिये मैदान के हिंसक जन्तु, यहोवा की यह वाणी है। (प्रका. 6:8) अध्याय देखें |
यहूदा के लोग उपवास कर सकते हैं और मुझसे प्रार्थना कर सकते हैं। किन्तु मैं उनकी प्रार्थनायें नहीं सुनूँगा। यहाँ तक कि यदि ये लोग होमबलि और अन्न भेंट चढ़ायेंगे तो भी मैं उन लोगों को नहीं अपनाऊँगा। मैं यहूदा के लोगों को युद्ध में नष्ट करुँगा। मैं उनका भोजन छीन लूँगा और यहूदा के लोग भूखों मरेंगे और मैं उन्हें भयंकर बीमारियों से नष्ट करुँगा।
फिर जब मैंने दृष्टि उठायी तो मेरे सामने मरियल सा पीले हरे से रंग का एक घोड़ा उपस्थित था। उस पर बैठे सवार का नाम था “मृत्यु” और उसके पीछे सटा हुआ चल रहा था प्रेत लोक। धरती के एक चौथाई भाग पर उन्हें यह अधिकार दिया गया कि युद्धों, अकालों, महामारियों तथा धरती के हिंसक पशुओं के द्वारा वे लोगों को मार डालें।