19 हे यहोवा, क्या तूने पूरी तरह यहूदा राष्ट्र को त्याग दिया है यहोवा, क्या तू सिय्योन से घृणा करता है तूने इसे बुरी तरह से चोट की है कि हम फिर से अच्छे नहीं बनाए जा सकते। तूने वैसा क्यों किया हम शान्ति की आशा रखते थे, किन्तु कुछ भी अच्छा नहीं हुआ। हम लोग घाव भरने के समय की प्रतीक्षा कर रहे थे, किन्तु केवल त्रास आया।
19 क्या तू ने यहूदा से बिलकुल हाथ उठा लिया? क्या तू सिय्योन से घिन करता है? नहीं, तू ने क्यों हम को ऐसा मारा है कि हम चंगे हो ही नहीं सकते? हम शान्ति की बाट जोहते रहे, तौभी कुछ कल्याण नहीं हुआ; और यद्यपि हम अच्छे हो जाने की आशा करते रहे, तौभी घबराना ही पड़ा है।
19 हे प्रभु, क्या तूने यहूदा को पूर्णत: त्याग दिया है? क्या तू सियोन से घृणा करने लगा है? तूने हमें इस तरह क्यों मारा कि हम अब स्वस्थ हो ही नहीं सकते? हम कल्याण की बाट जोहते रहे, पर हमारा कल्याण नहीं हुआ, हम स्वस्थ होने की प्रतीक्षा करते हैं, पर देख, हम पर आतंक छा गया।
19 क्या तू ने यहूदा से बिलकुल हाथ उठा लिया है? क्या तू सिय्योन से घृणा करता है? नहीं, तू ने क्यों हम को ऐसा मारा है कि हम चंगे हो ही नहीं सकते? हम शान्ति की बाट जोहते रहे, तौभी कुछ कल्याण नहीं हुआ; और यद्यपि हम अच्छे हो जाने की आशा करते रहे, तौभी घबराना ही पड़ा है।
19 याहवेह, क्या आपने यहूदिया का पूर्ण परित्याग कर दिया है? क्या आपका हृदय ज़ियोन के प्रति घृणा से परिपूर्ण है? आपने हम पर ऐसा प्रचंड प्रहार क्यों किया है कि हमारा घाव असाध्य हो गया है? हम शांति की प्रतीक्षा करते रहे किंतु कुछ भी अनुकूल घटित नहीं हुआ, हम अच्छे हो जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे किंतु हमने आतंक ही पाया.
19 क्या तूने यहूदा से बिलकुल हाथ उठा लिया? क्या तू सिय्योन से घृणा करता है? नहीं, तूने क्यों हमको ऐसा मारा है कि हम चंगे हो ही नहीं सकते? हम शान्ति की बाट जोहते रहे, तो भी कुछ कल्याण नहीं हुआ; और यद्यपि हम अच्छे हो जाने की आशा करते रहे, तो भी घबराना ही पड़ा है।
किन्तु परमेश्वर के लोगों ने परमेश्वर के संदेशवाहकों (नबियों) का मजाक उड़ाया। उन्होंने परमेश्वर के संदेशवाहकों (नबियों) की अनसुनी कर दी। उन्होंने परमेश्वर के संदेश से घृणा की। अन्त में परमेश्वर और अधिक अपना क्रोध न रोक सका। परमेश्वर अपने लोगों पर क्रोधित हुआ और उसे रोकने के लिये कुछ भी नहीं था जिसे किया जा सके।
यहोवा ने मुझसे कहा, “यिर्मयाह, यदि मूसा और शमूएल भी यहूदा के लोगों के लिये प्रार्थना करने वाले होते, तो भी मैं इन लोगों के लिये अफसोस नहीं करता। यहूदा के लोगों को मुझसे दूर भेजो। उनसे जाने को कहो।
मैं नहीं समझ पाता कि मैं क्यों अब तक घायल हूँ मैं नहीं समझ पाता कि मेरा घाव अच्छा क्यों नहीं होता और भरता क्यों नहीं हे यहोवा, मैं समझता हूँ कि तू बदल गया है। तू सोते के उस पानी की तरह है जो सूख गया हो। तू उस सोते की तरह है जिसका पानी सूख गया हो।
सर्वशक्तिमान यहोवा ने इस्राएल व यहूदा के लोगों को विधवा सा अनाथ नहीं छोड़ा है। परमेश्वर ने उन लोगों को नहीं छोड़ा। नहीं वे लोग इस्राएल के पवित्रतम को छोड़ने के अपराधी हैं। उन्होंने उसको छोड़ा किन्तु उसने इनको नहीं छोड़ा।
“यिर्मयाह, अपने बालों को काट डालो और इसे फेंक दो। पहाड़ी की नंगी चोटी पर चढ़ो और रोओ चिल्लाओ। क्यों क्योंकि यहोवा ने इस पीढ़ी के लोगों को दुत्कार दिया है। यहोवा ने इन लोगों से अपनी पीठ मोड़ ली है और वह क्रोध में इन्हें दण्ड देगा।
हे सिय्योन की पुत्री, मैं किससे तेरी तुलना करूँ? तुझको किसके समान कहूँ? हे सिय्योन की कुँवारी कन्या, तुझको किससे तुलना करूँ? तुझे कैसे ढांढस बंधाऊँ तेरा विनाश सागर सा विस्तृत है! ऐसा कोई भी नहीं जो तेरा उपचार करें।
तूने मुझ पर घिर आने को चारों ओर से आतंक बुलाया। आतंक को तूने ऐसे बुलाया जैसे पर्व के दिन पर बुलाया हो। उस दिन जब यहोवा ने क्रोध किया था ऐसा कोई व्यक्ति नहीं था जो बचकर भाग पाया हो अथवा उससे निकल पाया हो। जिनको मैंने बढ़ाया था और मैंने पाला—पोसा, उनको मेरे शत्रुओं ने मार डाला है।
सहायता पाने की बाट जोहते—जोहते अपनी आँखों ने काम करना बंद किया, और अब हमारी आँखें थक गई है। किन्तु कोई भी सहायता नहीं आई। हम प्रतीक्षा करते रहे कि कोई ऐसी जाति आये जो हमको बचा ले। हम अपनी निगरानी बुर्ज से देखते रह गये। किन्तु किसी ने भी हम को बचाया नहीं।
ऐसा वह व्यक्ति जो मारोत का निवासी है, सुसमाचार आने को बाट जोहता हुआ दुर्बल हुआ जा रहा है। क्यों? क्योंकि यहोवा से नीचे यरूशलेम के नगर द्वार पर विपत्ती के उतरी है।
जब लोग कह रहे होंगे कि “सब कुछ शांत और सुरक्षित है” तभी जैसे एक गर्भवती स्त्री को अचानक प्रसव वेदना आ घेरती है वैसे ही उन पर विनाश उतर आयेगा और वे कहीं बच कर भाग नहीं पायेंगे।