14 बेथोरोन दक्षिण में एक पहाड़ी है। यहाँ सीमा इस पहाड़ी पर मुड़ी और उस पहाड़ी की पश्चिमी ओर के निकट से दक्षिण को गई थी। यह सीमा किर्यतबाल (किर्यत्यारीम) को गई। यह एक नगर है, जहाँ यहूदा के लोग रहते थे। यह पश्चिमी सीमा थी।
14 फिर पश्चिमी सिवाना मुड़के बेथोरोन के साम्हने और उसकी दक्खिन ओर के पहाड़ से होते हुए किर्यतबाल नाम यहूदियों के एक नगर पर निकला (जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है); पश्चिम का सिवाना यही ठहरा।
14 तत्पश्चात् सीमा-रेखा दूसरी दिशा में अग्रसर होती थी। बेत-होरोन के दक्षिण में स्थित इस पर्वत के पश्चिमी भाग से होती हुई सीमा-रेखा दक्षिण की ओर मुड़ जाती और किर्यत-बअल नगर (अर्थात् किर्यत-यआरीम) पहुँचती थी, जो यहूदा कुल के अधिकार में था। यह बिन्यामिन की पश्चिमी सीमा थी।
14 फिर पश्चिमी सीमा मुड़के बेथोरोन के सामने और उसके दक्षिण की ओर के पहाड़ से होते हुए किर्यतबाल नामक यहूदियों के एक नगर पर निकली (जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है); पश्चिम की सीमा यही ठहरी।
14 फिर पश्चिमी सीमा मुड़कर बेथोरोन के सामने और उसकी दक्षिण ओर के पहाड़ से होते हुए किर्यतबाल नामक यहूदियों के एक नगर पर निकली (जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है); पश्चिम की सीमा यही ठहरी।
तब दाऊद और उसके सभी लोग यहूदा के बाले में गये और परमेश्वर के पवित्र सन्दूक को यहूदा के बाले से लेकर उसे यरूशलेम में ले आए। लोग पवित्र सन्दूक के पास यहोवा की उपासना करने के लिये जाते हैं। पवित्र सन्दूक यहोवा के सिंहासन की तरह है। पवित्र सन्दूक के ऊपर करूब की मूर्तियाँ हैं, और यहोवा इन स्वर्गदूतों पर राजा की तरह बैठता है।
उस स्थान से सीमा नेप्तोह के पानी के सोते के पास जाती थी। उसके बाद सीमा एप्रोन पर्वत के निकट के नगरों तक जाती थी। उस स्थान पर सीमा मुड़ती थी और बाला को जाती थी (बाला को किर्यत्यारीम भी कहते हैं।)
दूसरी टुकड़ी दक्षिण—पूर्व बेथोरोन को जाने वाली सड़क पर गई और तीसरी टुकड़ी पूर्व में सीमा तक जाने वाली सड़क से गई। यह सड़क सबोईम की घाटी में मरुभूमि की ओर खुलती थी।