33 किन्तु मूसा ने लेवी परिवार समूह को कोई भूमि नहीं दी। इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने यह वचन दिया कि वह स्वयं लेवी के परिवार समूह की भेंट के रूप में होगा।
33 लेवी के गोत्र को मोशेह ने कोई हिस्सा नहीं दिया. मोशेह ने उन्हें बताया कि, याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर ही उनका हिस्सा हैं, जैसा याहवेह ने उनसे कहा था.
किन्तु लेवीवंशी लोग इन प्रदेशों का कोई भी भाग नहीं पाएंगे। वे याजक हैं और उनका कार्य यहोवा की सेवा करना है। गाद, रूबेन और मनश्शे के परिवार समूहों के आधे लोग पहले ही वचन के अनुसार दिया गया अपना प्रदेश पा चुके हैं। ये प्रदेश यरदन नदी के पूर्व में हैं। यहोवा के सेवक मूसा ने उस प्रदेश को उन्हें पहले ही दे दिया था।”
केवल लेवी का परिवार समूह ही ऐसा था जिसे कोई भूमि नहीं मिली। उसके बदले उन्हें वे सभी खाद्य भेंटें मिलीं जो इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को भेंट के रूप में चढ़ाई जाती थीं। यहोवा ने लेवीवंशियों को इसका वचन दिया था।
यही कारण है कि लेवीवंश के लोगों को भूमि का कोई भाग अन्य परिवार समूहों की भांति नहीं मिला। लेविवंशियों के हिस्से में यहोवा पड़ा। यही योहवा तुम्हारे परमेश्वर ने उन्हें दिया।)
यहोवा ने हारून से यह भी कहा, “तुम कोई भूमि नहीं प्राप्त करोगे और ऐसी कोई चीज़ नहीं रखोगे जैसी अन्य लोग रखते हैं। मैं, यहोवा, तुम्हारा रहूँगा। इस्राएल के लोग वह देश प्राप्त करेंगे जिसके लिए मैंने वचन दिया है। किन्तु तुम्हारे लिए अपना उपहार मैं स्वयं होऊँगा।
“लेवीवंशियों की अपनी भूमि के विषय में: मैं उनकी सम्पत्ति हूँ। तुम लेवीवंशियों को कोई सम्पत्ति (भूमि) इस्राएल में नहीं दोगे। मैं इस्राएल में उनके हिस्से में हूँ।