11 “दावतों, और विशेष बैठकों के अवसर पर एक एपा अन्नबलि हर नये बैल के साथ चढ़ाई जानी चाहिए। एक एपा अन्नबलि हर मेढ़े के साथ चढ़ाई जानी चाहिए और हर एक मेमने के साथ उसे जितना अधिक वह दे सके देना चाहिए। उसे एक दिन हिन तेल हर अन्न के एक एपा के लिये देना चाहिए।
11 और पर्वों और अन्य नियत समयों का अन्नबलि बछड़े पीछे एपा भर, और मेढ़े पीछे एपा भर का हो; और भेड़ के बच्चों के साथ यथाशक्ति अन्न और एपा पीछे हीन भर तेल।
11 ‘जब त्योहारों और नियत पर्वों पर अग्नि-बलि अर्पित की जाएगी, तब उसके साथ अन्न-बलि चढ़ाने का यह नियम है: प्रत्येक बछड़े और मेढ़े के साथ दस किलो अन्न, और मेमनों के साथ यथाशक्ति अन्न और प्रत्येक दस किलो के साथ साढ़े सात लिटर तेल।
11 “पर्वों और अन्य नियत समयों का अन्नबलि बछड़े पीछे एपा* भर, और मेढ़े पीछे एपा भर का हो; और भेड़ के बच्चों के साथ यथाशक्ति अन्न और एपा पीछे हीन भर तेल।
11 भोजों और ठहराये गए त्योहारों पर, अन्नबलि एक बछड़े के साथ एक एफाह, एक मेढ़े के साथ एक एफाह, और मेमनों के साथ अपनी खुशी से जितना ज्यादा दे सके, वह दे, इसके साथ हर एफाह के लिये एक हीन तेल भी दे.
किन्तु शासक को विशेष पवित्र दिनों के लिये आवश्यक चीजें देनी चाहिए। शासक को होमबलि, अन्नबलि और पेय भेंट की व्यवस्था दावत के दिन, नवचन्द्र, सब्त और इस्राएल के परिवार के सभी विशेष दावतों के लिये करनी चाहिए। शासकों को सभी पापबलि, अन्नबलि, होमबलि, मेलबलि जो इस्राएल के परिवार को पवित्र करने के लिये उपयोग की जाती हैं, देना चाहिए।”
उसे एक एपा अन्नबलि मेढ़े के साथ देनी चाहिए। शासक उतनी अन्नबलि मेमनों के साथ देगा, जितनी वह दे सकता है। उसे एक हिन जैतून का तेल हर एक एपा अन्न के साथ देना चाहिए।
शासक को बैल के साथ एक एपा अन्नबलि और एक एपा अन्नबलि मेढ़े के साथ देनी चाहिए। शासक को मेमनों के साथ तथा हर एक एपा अन्न के लिये एक हिन तेल के साथ, जितना हो सके देना चाहिए।