यहेजकेल 17:6 - पवित्र बाइबल6 बीज उगे और वे अंगूर की बेल बने। यह बेल अच्छी थी। बेल ऊँची नहीं थी। किन्तु यह एक बड़े क्षेत्र को ढकने के लिये फैल गई। बेल के तने बने और छोटी बेलें बहुत लम्बी हो गई। अध्याय देखेंHindi Holy Bible6 और वह उगकर छोटी फैलने वाली अंगूर की लता हो गई जिसकी डालियां उसकी ओर झुकीं, और उसकी सोर उसके नीचे फैलीं; इस प्रकार से वह अंगूर की लता हो कर कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)6 बीज में अंकुर फूटे, और वह छोटी फैलनेवाली अंगूर-बेल में बदल गया। बेल की शाखाएं बाज की ओर झुकीं, किन्तु उसकी जड़ें वहीं रहीं, जहां बीज बोया गया था, यों वह अंगूर-बेल बन गया; उसमें शाखाएं फूटीं और पत्ते निकले। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)6 वह उगकर छोटी फैलनेवाली अंगूर की लता हो गई जिसकी डालियाँ उसकी ओर झुकीं, और उसकी जड़ उसके नीचे फैली, इस प्रकार से वह अंगूर की लता होकर कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल6 और वह बढ़ने लगा और फैलकर अंगूर की एक लता हो गया. उसकी डालियां उसकी ओर झुकी, पर उसकी जड़ें उसके नीचे में ही रहीं. वह अंगूर की एक लता हो गई और उसमें से डालियां निकलीं और ये डालियां पत्तियों से भर गईं. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20196 वह उगकर छोटी फैलनेवाली अंगूर की लता हो गई जिसकी डालियाँ उसकी ओर झुकी, और उसकी जड़ उसके नीचे फैली; इस प्रकार से वह अंगूर की लता होकर कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी। अध्याय देखें |
तब दूसरे बड़े पंखों वाले उकाब ने अंगूर की बेल को देखा। उकाब के लम्बें पंख थे। अंगूर की बेल चाहती थी कि यह नया उकाब उसकी देख—भाल करे। इसलिये इसने अपनी जड़ों को इस उकाब की ओर फैलाया। इसकी शाखायें इस उकाब की ओर फैलीं। इसकी शाखायें इस उकाब की ओर फलीं। इसकी शाखायें उस खेत से दूर फैली जहाँ यह बोई गई थी। अगूंर की बेल चाहती थी कि नया उकाब इसे पानी दे।