कुस्रू को मैंने ही उसकी शक्ति दी है ताकि वह भले कार्य करे। उसके काम को मैं सरल बनाऊँगा। कुस्रू मेरे नगर को फिर से बनायेगा और मेरे लोगों को वह स्वतन्त्र कर देगा। कुस्रू मेरे लोगों को मुझे नहीं बेचेगा। इन कामों को करने के लिये मुझे उसको कोई मोल नहीं चुकाना पड़ेगा। लोग स्वतन्त्र हो जायेंगे और मेरा कुछ भी मोल नहीं लगेगा।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने ये बातें कहीं।
यहूदा के लोगों के पास सम्पत्ति और खजाने हैं। मैं उस सम्पत्ति को अन्य लोगों को दूँगा। उन अन्य लोगों को वह सम्पत्ति खरीदनी नहीं पड़ेगी। मैं उन्हें वह सम्पत्ति दूँगा। क्यों क्योंकि यहूदा ने बहुत पाप किये हैं। यहूदा ने देश के हर एक भाग में पाप किया है।
यहोवा कहता है, “हे इस्राएल के लोगों, तुम कहा करते थे कि मैंने तुम्हारी माता यरूशलेम को त्याग दिया। किन्तु वह त्यागपत्र कहाँ है जो प्रमाणित कर दे कि मैंने उसे त्यागा है। हे मेरे बच्चों, क्या मुझको किसी का कुछ देना है क्या अपना कोई कर्ज चुकाने के लिये मैंने तुम्हें बेचा है नहीं! देखो जरा, तुम बिके थे इसलिए कि तुमने बुरे काम किये थे। इसलिए तुम्हारी माँ (यरूशलेम) दूर भेजी गई थी।
खेतों में उगने वाले वृक्ष अपने फल देंगे। भूमि अपनी फसल देगी। अत: भेड़ें अपने प्रदेश में सुरक्षित रहेंगी। मैं उनके ऊपर रखे जूवों को तोड़ दूँगा। मैं उन्हें उन लोगों की शक्ति से बचाऊँगा जिन्होंने उन्हें दास बनाया। तब वे जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ।