यशायाह 48:2 - पवित्र बाइबल2 “तुम लोग अपने को पवित्र नगरी के नागरिक कहते हो। तुम इस्राएल के परमेश्वर के भरोसे रहते हो। उसका नाम सर्वशक्तिमान यहोवा है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 क्योंकि वे अपने को पवित्र नगर के बताते हैं, और इस्राएल के परमेश्वर पर जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है भरोसा करते हैं॥ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 तुम अपने को पवित्र नगर के निवासी बताते हो, और इस्राएल के परमेश्वर का सहारा लेते हो, जिसका नाम ‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु’ है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 क्योंकि वे अपने को पवित्र नगर के बताते हैं, और इस्राएल के परमेश्वर पर, जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है, भरोसा करते हैं। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 क्योंकि वे पवित्र होने का दावा करते हैं वे इस्राएल के परमेश्वर पर भरोसा भी रखते हैं— जिनका नाम सर्वशक्तिमान याहवेह: अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20192 क्योंकि वे अपने को पवित्र नगर के बताते हैं, और इस्राएल के परमेश्वर पर, जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है भरोसा करते हैं। अध्याय देखें |
यहोवा ने तुम्हें रचा है। उसने निज शक्ति से इस धरती को बनाया है! उसने निज शक्ति से धरती पर आकाश तान दिया किन्तु तुम उसको और उसकी शक्ति को भूल गये। इसलिए तुम सदा ही उन क्रोधित मनुष्यों से भयभीत रहते हो जो तुम को हानि पहुँचाते हैं। तुम्हारा नाश करने को उन लोगों ने योजना बनाई किन्तु आज वे कहाँ हैं (वे सभी चले गये!)
पशहूर और सपन्याह ने यिर्मयाह से कहा, “यहोवा से हम लोगों के लिए प्रार्थना करो। यहोवा से पूछो कि क्या होगा हम जानना चाहते हैं क्योंकि बाबुल का राजा नबूकदनेस्सर हम लोगों पर आक्रमण कर रहा है। सम्भव है यहोवा हम लोगों के लिये वैसे ही महान कार्य करे जैसा उसने बीते समय में किया। सम्भव है कि यहोवा नबूकदनेस्सर को आक्रमण करने से रोक दे या उसे चले जाने दे।”
किन्तु मिस्र में रहने वाले सभी लोगों यहोवा के सन्देश को सुनो: मैंने अपने बड़े नाम का उपयोग करते हुए यह प्रतिज्ञा की है: ‘मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि अब मिस्र में रहने वाला यहूदा का कोई भी व्यक्ति प्रतिज्ञा करने के लिये मेरे नाम का उपयोग कभी नहीं कर पायेगा। वे फिर कभी नहीं कहेंगे, “जैसा कि यहोवा शाश्वत है।”
“हे दानिय्येल, परमेश्वर ने तेरी प्रजा और तेरी नगरी के लिए सत्तर सप्ताहों का समय निश्चित किया है। सत्तर सप्ताहों के समय का यह आदेश इसलिये दिया गया है कि बुरे कर्म करना छाड़ दिया जाये, पाप करना बन्द कर दिया जाये, सब लोगों को शुद्ध किया जाये, सदा—सदा बनी रहने वाली नेकी को लाया जाये, दर्शन और नबियों पर मुहर लगा दी जाये, और एक अत्यंत पवित्र स्थान को समर्पित किया जाये।
यरूशलेम के न्यायाधीश उनके पक्ष में जो न्यायालय में जीतेगा, निर्णर्य देने के लिए घूस लिया करते हैं। यरूशलेम के याजकों को धन देना पड़ता है, इसके पहले कि वे लोगों को सीख दें। लोगों को नबियों को धन देना पड़ता है। इसके पहले कि वे भविष्य में झाँकें और फिर भी वे मुखिया सोचते हैं कि उन पर कोई दण्ड नहीं पड़ सकता। वे सोचा करते हैं, यहोवा उनको बचा लेगा और वे कहते हैं, “यहोवा हमारे बीच रहता है। इसलिए हमारे साथ कोई बुरी बात घट नहीं सकती है।”