यशायाह 36:5 - पवित्र बाइबल5 मैं तुम्हें, बताता हूँ कि यदि युद्ध में तुम्हारा विश्वास शक्ति और कुशल योजनाओं पर है तो वह व्यर्थ है। वे कोरे शब्दों के अतिरिक्त कुछ नहीं हैं। इसलिए तुम मुझ से युद्ध क्यों कर रहे हो अध्याय देखेंHindi Holy Bible5 मेरा कहना है कि क्या मुंह से बातें बनाना ही युद्ध के लिये पराक्रम और युक्ति है? तू किस पर भरोसा रखता है कि तू ने मुझ से बलवा किया है? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)5 तुम सोचते हो कि युद्ध के लिए शक्ति और युद्ध-कौशल नहीं, वरन् किसी के मुंह के शब्द ही पर्याप्त हैं। तुमने किस पर भरोसा करके मुझसे विद्रोह किया है? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)5 मेरा कहना है कि क्या मुँह से बातें बनाना ही युद्ध के लिये पराक्रम और युक्ति है? तू किस पर भरोसा रखता है, कि तू ने मुझ से बलवा किया है? अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल5 युद्ध से संबंधित तुम्हारी रणनीति तथा तुम्हारी शक्ति मात्र खोखले शब्द हैं. किस पर है तुम्हारा अवलंबन कि तुमने मुझसे विद्रोह का साहस किया है? अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20195 मेरा कहना है कि क्या मुँह से बातें बनाना ही युद्ध के लिये पराक्रम और युक्ति है? तू किस पर भरोसा रखता है कि तूने मुझसे बलवा किया है? अध्याय देखें |
किन्तु इस नये राजा ने किसी भी प्रकार नबूकदनेस्सर के विरुद्ध विद्रोह करने का प्रयत्न किया। उसने सहायता माँगने के लिये मिस्र को दूत भेजे। नये राजा ने बहुत से घोड़े और सैनिक मांगे। इस दशा में, क्या तुम समझते हो कि यहूदा का राजा सफल होगा क्या तुम समझते हो कि नये राजा के पास पर्याप्त शक्ति होगी कि वह सन्धि को तोड़कर दण्ड से बच सकेगा”