नबी मेरे सेवक थे। मैंने उनका उपयोग तुम्हारे पूर्वजों को अपने व्यवस्था और अपनी शिक्षा देने के लिये किया और तम्हारे पूर्वजों ने अन्त में शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने कहा, ‘सर्वशक्तिमान यहोवा ने वह किया जिसे करने को उसने कहा था। उसने हमारे बुरे रहन—सहन और सभी बुरे किये गए कामों के लिये दण्ड दिया।’ इस प्रकार वे परमेश्वर के पास वापस लौटे।”
परमेश्वर मनुष्य नहीं है, वह झूठ नहीं बोलेगा; परमेश्वर मनुष्य पुत्र नहीं, उसके निर्णय बदलेंगे नहीं। यदि यहोवा कहता है कि वह कुछ करेगा तो वह अवश्य उसे करेगा। यदि यहोवा वचन देता है तो अपने वचन को अवश्य पूरा करेगा।
लोगों मैं तुम्हें इसका प्रमाण दूँगा’ यह यहोवा के यहाँ से सन्देश है कि मैं तुम्हें मिस्र में दण्ड दूँगा। तब तुम निश्चय ही समझ जाओगे कि तुम्हें चोट पहुँचाने की मेरी प्रतिज्ञा, सच ही घटित होगी।
यह सन्देश केदार के परिवार समूह और हासोर के शासकों के बारे में है। बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने उन्हें पराजित किया था। यहोवा कहता है, “जाओ और केदार के परिवार समूह पर आक्रमण करो। पूर्व के लोगों को नष्ट कर दो।
किन्तु, यहोवा ही बुद्धिमान है और वह यहोवा ही है जो उन पर विपत्तियाँ ढायेगा। लोग यहोवा के आदेश को नहीं बदल पायेंगे। यहोवा बुरे लोगों (यहूदा) के विरुद्ध खड़ा होगा और युद्ध करेगा। यहोवा उन लोगों (मिस्र) के विरुद्ध युद्ध करेगा, जो उन्हें सहायता पहुँचाने का यत्न करते हैं।
यहोवा के चर्म पत्र को देखो। पढ़ो उसमें क्या लिखा है। कुछ भी नहीं छुटा है। उस चर्म पत्र में लिखा है कि वे सभी पशु पक्षी इकट्ठे हो जायेंगे। इसलिए परमेश्वर के मुख ने यह आदेश दिया और उसकी आत्मा ने उन्हें एक साथ इकट्ठा कर दिया। परमेश्वर की आत्मा उन्हें परस्पर एकत्र करेगी।
“मैंने स्वयं अपनी शक्ति को साक्षी करके प्रतिज्ञा की है। यह एक उत्तम वचन है। यह एक आदेश है जो पूरा होगा ही। हर व्यक्ति मेरे (परमेश्वर के) आगे झुकेगा और हर व्यक्ति मेरा अनुसरण करने का वचन देगा।