हजाएल ने कहा, “महोदय, आप चीख क्यों रहे हैं” एलीशा ने उत्तर दिया, “मैं चीख रहा हूँ क्योंकि मैं जानता हूँ कि तुम इस्राएलियों के लिये क्या कुछ बुरा करोगे। तुम उनके दृढ़ नगरों को जलाओगे। तुम उनके युवकों को तलवार के घाट उतारोगे। तुम उनके बच्चों को मार डालोगे। तुम उनकी गर्भवती स्त्रियों के गर्भ को चीर निकालोगे।”
इसलिये परमेश्वर बाबेल के राजा को यहूदा के लोगों पर आक्रमण करने के लिये लाया। बाबेल के राजा ने युवकों को मन्दिर में होने पर भी मार डाला। उसने यहूदा और यरूशलेम के लोगों पर दया नहीं की। बाबेल के राजा ने युवा और वृद्ध सभी लोगों को मारा। परमेश्वर ने नबूकदनेस्सर को यहूदा और यरूशलेम के लोगों को दण्ड देने दिया।
ये दो बातें तेरे साथ में घटित होंगी: प्रथम, तेरे बच्चे तुझसे छूट जायेंगे और फिर तेरा पति भी तुझसे छूट जायेगा। हाँ, ये बातें तेरे साथ अवश्य घटेंगी। तेरे सभी जादू और शक्तिशाली टोने तुझको नहीं बचा पायेंगे।
शत्रु के बाण पैने हैं। उनके सभी धनुष बाण छोड़ने के लिये तैयार हैं। उनके घोड़ों के खुर चट्टानों जैसे कठोर हैं। उनके रथों के पीछे धूल के बादल उठा करते हैं।
अत: अब उनके बच्चों को अकाल में भूखों मरने दें। उनके शत्रुओं को उन्हें तलवार से हरा डालने दें। उनकी पत्नियों को शिशु रहित होने दें। यहूदा के लोगों को मृत्यु के घाट उतारे जाने दें। उनकी पत्नियों को विधवा होने दें। यहूदा के लोगों को मत्यु के घाट उतारे जाने दें। युवकों को युद्ध में तलवार के घाट उतार दिये जाने दे।
उनकी सेना के पास धनुष और भाले हैं, सैनिक क्रूर हैं, उनमें दया नहीं है। सैनिक अपने घोड़ों पर सवार आ रहे हैं, और प्रचण्ड घोष सागर की तरह गरज रहे हैं। वे अपने स्थानों पर युद्ध के लिये तैयार खड़े हैं। बाबुल नगर वे तुम पर आक्रमण करने को तत्पर हैं।
मैं तुम्हारा उपयोग स्त्रियों और पुरुषों को कुचलने के लिये करता हूँ। मैं तुम्हारा उपयोग वृद्ध और युवक को कुचलने के लिये करता हूँ। मैं तुम्हारा उपयोग युवकों और युवतियों को कुचलने के लिये करता हूँ
सैनिकों के हाथ में धनुष और भाले हैं, वे क्रूर हैं। वे कृपा करना नहीं जानते। वे बहुत शक्तिशाली हैं। वे सागर की तरह गरजते हैं, जब वे अपने घोड़ों पर सवार होते हैं। वह सेना युद्ध के लिये तैयार होकर आ रही है। हे सिय्योन की पुत्री, सेना तुम पर आक्रमण करने आ रही हैं।”
और मैं दया नहीं दिखाऊँगा। मैं उन लोगों के लिये अफसोस अनुभव नहीं करूँगा। उन्होंने स्वयं इसे बुलाया है, मैं इन लोगों को केवल दण्ड दे रहा हूँ जिसके ये पात्र हैं!”
“और फिर मैंने देखा कि मेरे सामने एक और दूसरा पशु मौजूद है। यह पशु एक भालू के जैसा था। वह अपनी एक बगल पर उठा हुआ था। उस पशु के मुँह में दांतों के बीच तीन पसलियाँ थीं। उस भालू से कहा गया था, ‘उठ और तुझे जितना चाहिये उतना माँस खा ले!’
शोमरोन को दण्ड दिया जायेगा क्योंकि उसने अपने परमेश्वर से मुख फेरा था। इस्राएली तलवारों से मार दिये जायेंगे उनकी संतानों के चिथड़े उड़ा दिये जायेंगे। उनकी गर्भवती स्त्रियाँ चीर कर खोल दी जायेंगी।”
किन्तु अमोन हार गया। उसके लोगों को बंदी बना कर किसी पराये देश में ले जाया गया। गली के हर नुक्कड़ पर सैनिकों ने उसके छोटे बच्चों को पीट—पीट कर मार डाला। उन्होंने पासे फेंक—फेंक कर यह देखा कि किस महत्वपूर्ण व्यक्ति को कौन अपने यहाँ दास बना कर रखे। अमोन के सभी महत्वपूर्ण व्यक्ति को कौन अपने यहाँ दास बना कर रखे। अमोन के सभी महत्वपूर्ण पुरूषों पर उन्होंने जंजीरें डाल दी थीं।