33 देखो! हमारा स्वामी सर्वशक्तिमान यहोवा विशाल वृक्ष (अश्शूर) को काट गिरायेगा। यहोवा अपनी महान शक्ति से ऐसा करेगा। बड़े और महत्वपूर्ण लोग काट गिराये जायेंगे। वे महत्वहीन हो जायेंगे।
तब यहोवा ने अश्शूर के राजा के खेमे में एक स्वर्गदूत को भेजा। उस स्वर्गदूत ने अश्शूर की सेना के सब अधिकारियों, प्रमुखों और सैनिकों को मार डाला। इसलिये अश्शूर का राजा अपने देश में अपने घर लौट गया और उसके लोग उसकी वजह से बहुत लज्जित हुए। वह अपने देवता के मन्दिर में गया और उसी के पुत्रों में से किसी ने उसे वहीं तलवार से मार डाला।
तभी कोई बहुत भयानक बात घटेगी। यह वह समय होगा जब फूल खिल चुके होंगे। नये अँगूर फूट रहे होंगे और उनकी बढ़वार हो रही होगी। किन्तु फसल उतारने के समय से पहले ही शत्रु आयेगा और इन पौधों को काट डालेगा। शत्रु आकर अँगूर की लताओं को तोड़ डालेगा और उन्हें कहीं दूर फेंक देगा।
एक दिन, जब सन्हेरीब अपने देवता निस्रोक के मन्दिर में उसकी पूजा कर रहा था, उसी समय उसके पुत्र अद्रम्मेलेक और शरेसेर ने तलवार से उसकी हत्या कर दी और फिर वे अरारात को भाग खड़े हुए। इस प्रकार सन्हेरीब का पुत्र एसर्हद्देन अश्शूर का नया राजा बन गया।
मैं लोगों को महल को नष्ट करने भेजूँगा। हर एक व्यक्ति के पास वे औजार होंगे जिनसे वह इस महल को नष्ट करेगा। वे लोग तुम्हारी देवदार की मजबूत और सुन्दर कड़ियों को काट डालेंगे। वे लोग उन कड़ियों को आग में फेंक देंगे।”
और देखो अब मैं, नबूकदनेस्सर स्वर्ग के राजा की स्तुति करता हूँ तथा उसे आदर और महिमा देता हूँ। वह जो कुछ करता है, ठीक करता है। वह सदा न्यायपूर्ण है। उसमें अहंकारी लोगों को विनम्र बना देने की क्षमता है!
“किन्तु मैंने ही उनके पहले एमोरियों को नष्ट किया था। एमोरी ऊँचे बरगद के पेड़ की तरह थे। वे उतने शक्तिशाली थे जितने बांज के पेड़। किन्तु मैंने उनके ऊपर के फल तथा उनके नीचे की जड़ें नष्ट कीं।
यहोवा ने यहूदा से यह बातें कहीं थी: “अश्शूर की जनता पूर्ण शक्तिशाली है। उनके पास बहुतेरे सैनिक हैं। किन्तु उन सब को ही काट फेंका जायेगा। सब का अंत किया जायेगा। हे मेरे लोगों, मैंने तुमको बहुतेरे कष्ट दिये किन्तु अब आगे तुम्हें और कष्ट नहीं दूँगा।