भजन संहिता 36:2 - पवित्र बाइबल2 वह मनुष्य स्वयं से झूठ बोलता है। वह मनुष्य स्वयं अपने खोट को नहीं देखता। इसलिए वह क्षमा नहीं माँगता। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 वह स्वयं अपनी प्रशंसा करता है, कि उसका तिरस्कार करने के लिए उसका अधर्म प्रकट नहीं किया जा सकता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल2 क्योंकि वह अपनी इतनी प्रशंसा करता है कि उसे अपने अधर्म को देखने और उससे घृणा करने का बोध नहीं होता। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 अपनी ही नज़रों में वह खुद की चापलूसी करता है. ऐसे में उसे न तो अपना पाप दिखाई देता है, न ही उसे पाप से घृणा होती है. अध्याय देखें |