28 अगली सुबह नगर के लोग सोकर उठे और उन्होंने देखा कि बाल की वेदी नष्ट कर दी गई है। उन्होंने यह भी देखा कि अशेरा का खम्भा काट डाला गया है। अशेरा का खम्भा बाल की वेदी के ठीक पीछे गिरा पड़ा था। उन लोगों ने उस वेदी को भी देखा जिसे गिदोन ने बनाया था और उन्होंने उस वेदी पर बलि दिये गए बैल को भी देखा।
28 बिहान को नगर के लोग सवेरे उठ कर क्या देखते हैं, कि बाल की वेदी गिरी पड़ी है, और उसके पास की अशेरा कटी पड़ी है, और दूसरा बैल बनाई हुई वेदी पर चढ़ाया हुआ है।
28 बड़े सबेरे नगर के लोग उठे। उन्होंने देखा कि किसी ने बअल देवता की वेदी को तोड़-फोड़ दिया है। वेदी के समीप अशेराह देवी के खंभों को काट डाला है। नवनिर्मित वेदी पर सांड़ की अग्नि-बलि चढ़ाई गई है।
28 बड़े तड़के, जब नगरवासियों ने देखा कि बाल की वेदी गिर पड़ी थी, उसके निकट स्थापित की हुई अशेरा काट डाली गई थी, तथा निर्माण की हुई वेदी पर वह बैल को चढ़ाया गया था.
हिजकिय्याह ने उच्चस्थानों को नष्ट किया। उसने स्मृति पत्थरों और अशेरा स्तम्भों को खंडित कर दिया। उन दिनों इस्राएल के लोग मूसा द्वारा बनाए गाए काँसे के साँप के लिये सुगन्धि जलाते थे। इस काँसे के साँप का नाम “नहुशतान” था। हिजकिय्याह ने इस काँसे के साँप के टुकड़े कर डाले क्योंकि लोग उस साँप की पूजा कर रहे थे।
इसलिए गिदोन ने अपने दस नौकरों को लिया और वही किया जो यहोवा ने करने को कहा था। किन्तु गिदोन डर रहा था कि उसका परिवार और उस नगर के लोग देख सकते हैं कि वह क्या कर रहा है। गिदोन ने वही किया जो यहोवा ने उसे करने को कहा किन्तु उसने यह रात में किया, दिन में नहीं।
नगर के लोगों ने एक दूसरे को देखा और कहा, “हमारी वेदी को किसने गिराया? हमारे अशेरा के खम्भे किसने काटे? इस नयी वेदी पर किसने इस बैल की बलि दी?” उन्होंने कई प्रश्न किये और यह पता लगाना चाहा कि वे काम किसने किये। किसी ने कहा, “योआश के पुत्र गिदोन ने यह काम किया।”
शमूएल ने एक मेमना लिया। उसने यहोवा की होमबलि के रुप में मेमने को जलाया। शमूएल ने यहोवा से इस्राएल के लिये प्रार्थना की। यहोवा ने शमूएल की प्रार्थना का उत्तर दिया।