नीतिवचन 29:6 - पवित्र बाइबल6 पापी स्वयं अपने जाल में फंसता है। किन्तु एक धर्मी गाता और प्रसन्न होता है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible6 बुरे मनुष्य का अपराध फन्दा होता है, परन्तु धर्मी आनन्दित होकर जय जयकार करता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)6 दुर्जन अपने अपराध के फन्दे में फंसता है; किन्तु धार्मिक मनुष्य अपने धर्म के कारण सदा गीत गाता और आनन्द मनाता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)6 बुरे मनुष्य का अपराध फन्दा होता है, परन्तु धर्मी आनन्दित होकर जयजयकार करता है। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल6 दुष्ट मनुष्य अपने अपराध के जाल में फँस जाता है, परंतु धर्मी जन गीत गाते हुए आनंद मनाता है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल6 दुष्ट अपने ही अपराधों में उलझा रहता है, किंतु धर्मी सदैव उल्लसित हो गीत गाता रहता है. अध्याय देखें |
कोई भी व्यक्ति यह नहीं जानता है कि इसके बाद उसके साथ क्या होने वाला है। वह जाल में फँसी उस मछली के समान होता है जो यह नहीं जानती कि आगे क्या होगा। वह उस जाल मैं फँसी चिड़िया के समान होता है जो यह नहीं जानती कि क्या होने वाला है? इसी प्रकार एक व्यक्ति उन बुरी बातों में फाँस लिया जाता है जो उसके साथ घटती हैं।