नहेम्याह 13:13 - पवित्र बाइबल13 मैंने इन पुरुषों को भण्डार गृहों का कोठियारी नियुक्त किया: याजक, शेलेम्याह, विद्वान सदोक तथा पादायाह नाम का एक लेवी। साथ ही मैंने पत्तन्याह के पोते और जक्कूर के पुत्र हानान को उनका सहायक नियुक्त कर दिया। मैं जानता था कि उन व्यक्तियों का विश्वास किया जा सकता था। अपने से सम्बन्धित लोगों को सामान देना, उनका काम था। अध्याय देखेंHindi Holy Bible13 और मैं ने भणडारों के अधिकारी शेलेम्याह याजक और सादोक मुंशी को, और लेवियों में से पदायाह को, और उनके नीचे हानान को, जो मत्तन्याह का पोता और जक्कूर का पुत्र था, नियुक्त किया; वे तो विश्वासयोग्य गिने जाते थे, और अपने भाइयों के मध्य बांटना उनका काम था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)13 मैंने भण्डारगृहों की सामग्री से उचित वितरण के लिए पुरोहित शेलेम्याह, शास्त्री सादोक और उपपुरोहित पदायाह को निरीक्षक नियुक्त किया। उनका सहायक हानान था, जो मत्तन्याह का पौत्र और जक्कूर का पुत्र था। ये ईमानदार माने जाते थे। इनका कार्य अपने सहकर्मी भाइयों में दशमांश को वितरित करना था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)13 मैं ने भण्डारों के अधिकारी शेलेम्याह याजक और सादोक मुंशी को, और लेवियों में से पदायाह को, और उनके नीचे हानान को, जो मत्तन्याह का पोता और जक्कूर का पुत्र था, नियुक्त किया; वे तो विश्वासयोग्य गिने जाते थे, और अपने भाइयों के मध्य बाँटना उनका काम था। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल13 तब मैंने पुरोहित शेलेमियाह को, शासक सादोक को और लेवियों में से पेदाइयाह को भंडारों का अधिकारी ठहरा दिया. उनके अलावा मैंने, मत्तनियाह के पोते ज़क्कूर के पुत्र हनान को चुना, क्योंकि ये सभी विश्वासयोग्य पाए गए. इनकी जवाबदारी थी अपने रिश्तेदारों में सामग्री बांटना. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201913 मैंने भण्डारों के अधिकारी शेलेम्याह याजक और सादोक मुंशी को, और लेवियों में से पदायाह को, और उनके नीचे हानान को, जो मत्तन्याह का पोता और जक्कूर का पुत्र था, नियुक्त किया; वे तो विश्वासयोग्य गिने जाते थे, और अपने भाइयों के मध्य बाँटना उनका काम था। अध्याय देखें |
उस दिन मुखियाओं ने कोठियारों के अधिकारियों की नियुक्ति की। ये कोठियार उन उपहार को रखने के लिए थे जिन्हें लोग अपने पहले फलों और अपनी फसल और आय के दसवें हिस्से के रुप में लाया करते थे। व्यवस्था के विधान के अनुसार लोगों को नगर के चारों ओर के खेतों और बगीचों से उपज का एक हिस्सा, याजकों और लेवियों के लिये लाना चाहिये। यहूदा के लोग जो याजक और लेवी सेवा कार्य करते थे उनके लिए ऐसा करने में प्रसन्नता का अनुभव करते थे।