12 क्या घोड़े शिलाखंड़ो पर दौड़ते हैं नहीं! क्या लोग समुद्र को बैलों से जोत सकते हैं नहीं। तो भी तुम हर चीज को उलट—पलट देते हो। तुम अच्छाई और न्याय को जहर में बदल देते हो।
12 क्या घोड़े चट्टानों पर दौड़ते हैं? क्या बैलों से समुद्र पर हल चलाया जाता है? परन्तु तुमने न्याय-व्यवस्था को जहर, और धर्म को चिरायता-सा कड़ुवा बना दिया है।
12 क्या घोड़े करारदार चट्टानों पर दौड़ते हैं? क्या कोई बैलों से समुद्र में हल चलाता है? पर तुमने न्याय को विष में और धर्मीपन के फल को कड़वाहट में बदल दिया है—
12 क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ें? क्या कोई ऐसे स्थान में बैलों से जोते जहाँ तुम लोगों ने न्याय को विष से, और धार्मिकता के फल को कड़वे फल में बदल डाला है?
तुम्हें सहायता के लिये यहोवा के पास जाना चाहिये। ये वही है जिसने कचपचिया और मृगशिरा को बनाया। वह अंधकार को प्रात: प्रकाश में बदलता है। वह दिन को अंधेरी रात में बदलता है। वह समुद्र से जल को उठाकर उसे पृथ्वी पर बरसाता है। उसका नाम यहोवा है वह शक्तिशाली नगरों के मजबूत किलों को ढहा देता है।” लोगों, यह तुम्हारे लिये बहुत बुरा होगा तुमने अच्छाई को कड़वाहट में बदला। तुमने औचित्य को मार डाला और इसे धूलि में मिला दिया।
वे वचन तो देते हैं। किन्तु वचन देते हुए बस वे झूठ ही बोलते हैं। वे उन वचनों का पालन नहीं करते! दूसरे देशों के साथ वे ऐसी संधि करते हैं, जो संधि परमेश्वर को नहीं भाती। न्यायाधीश जोते हुए खेत में उगने वाले जहरीले खरपतवार के जैसे हो गये हैं।
मैंने इसलिए वह किया था क्योंकि मुझको ज्ञात था कि तुम बहुत जिद्दी हो। मैंने जो कुछ भी बताया था उस पर विश्वास करने से तुमने मना किया। तुम बहुत जिद्दी थे, जैसे लोहे की छड़ नहीं झुकती है। यह बात ऐसी थी जैसे तुम्हारा सिर काँसे का बना हुआ है।
लोग दोनों हाथों से बुरा करने में पारंगत हैं। अधिकारी लोग रिश्वत माँगते हैं। न्यायाधीश अदालतों में फैसला बदलने के लिये धन लिया करते हैं। “महत्वपूर्ण मुखिया” खरे और निष्पक्ष निर्णय नहीं लेते हैं। उन्हें जैसा भाता है, वे वैसा ही काम करते हैं।
किन्तु तुमने तो बदी का बीज बोया है और विपत्ति की फसल काटी है। तुमने अपने झूठ का फल भोगा है। ऐसा इसलिये हुआ कि तुमने अपनी शक्ति और अपने सैनिकों पर विश्वास किया।
हे यहोवा, मैं जानता हूँ कि तू लोगों में सच्चाई देखना चाहता है। तूने यहूदा के लोगों को चोट पहुँचाई, किन्तु उन्होंने किसी पीड़ा का अनुभव नहीं किया। तूने उन्हें नष्ट किया, किन्तु उन्होंने अपना सबक सीखने से इन्करा कर दिया। वे बहुत हठी हो गए। उन्होंने अपने पापों के लिये पछताने से इन्कार कर दिया।