Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




अय्यूब 33:12 - पवित्र बाइबल

12 “किन्तु अय्यूब, मैं तुझको निश्चय के साथ बताता हूँ कि तू इस विषय में अनुचित है। क्यों? क्योंकि परमेश्वर किसी भी व्यक्ति से अधिक जानता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

12 देख, मैं तुझे उत्तर देता हूँ, इस बात में तू सच्चा नहीं है। क्योंकि ईश्वर मनुष्य से बड़ा है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

12 ‘अय्‍यूब, तुम्‍हारा यह आरोप गलत है; मैं तुम्‍हें उत्तर दूंगा। परमेश्‍वर मनुष्‍य से महान है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

12 “देख, मैं तुझे उत्तर देता हूँ, इस बात में तू सच्‍चा नहीं है। क्योंकि परमेश्‍वर मनुष्य से बड़ा है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

12 “सुनिए, मैं आपको सूचित कर रहा हूं: आप इस विषय में नीतिमान नहीं हैं, क्योंकि परमेश्वर मनुष्यों से बड़े हैं.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

12 “देख, मैं तुझे उत्तर देता हूँ, इस बात में तू सच्चा नहीं है। क्योंकि परमेश्वर मनुष्य से बड़ा है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




अय्यूब 33:12
20 क्रॉस रेफरेंस  

परमेश्वर ने कहा, “तुम लोग कह सकते हो, ‘परमेश्वर हमारा स्वामी न्यायपूर्ण नहीं है!’ किन्तु इस्राएल के परिवारों, सुनो। मैं उसी प्रकार का हूँ। तुम लोग ऐसे हो कि जरुर बदलोगे!


“परमेश्वर शक्तिशाली है किन्तु वह लोगों से घृणा नहीं करता है। परमेश्वर सामर्थी है और विवेकपूर्ण है।


“इस्राएल के परिवार, तुम जानते हो कि मैं (परमेश्वर) वैसा ही तुम्हारे साथ कर सकता हूँ। तुम कुम्हार के हाथ की मिट्टी के समान हो और मैं कुम्हार की तरह हूँ।”


“अय्यूब तूने सर्वशक्तिमान परमेश्वर से तर्क किया। तूने बुरे काम करने का मुझे दोषी ठहराया। अब तू मुझको उत्तर दे।”


“अय्यूब, मैं (एलीहू) तुझको और तेरे मित्रों को जो यहाँ तेरे साथ हैं उत्तर देना चाहता हूँ।


“अय्यूब, यह तेरे लिये कहना उचित नहीं की ‘मैं अय्यूब, परमेश्वर के विरुद्ध न्याय पर है।’


किसी व्यक्ति के लिये यह उचित नहीं है कि वह परमेश्वर से न्यायालय में मिलने का समय निश्चित करे।


नहीं! मैं भी निज उत्तर दूँगा। मैं भी बताऊँगा तुम को कि मैं क्या सोचता हूँ।


ये तो परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों की थोड़ी सी बातें हैं। बस हम थोड़ा सा परमेश्वर के हल्की—ध्वनि भरे स्वर को सुनते हैं। किन्तु सचमुच कोई व्यक्ति परमेश्वर के शक्ति के गर्जन को नहीं समझ सकता है।”


परमेश्वर का विवेक गहन है, उसकी शक्ति महान है। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो परमेश्वर से झगड़े और हानि न उठाये।


जो कुछ घटित हुआ था, उस सब कुछ के कारण न तो अय्यूब ने कोई पाप किया और न ही उसने परमेश्वर को दोष दिया।


“अय्यूब, क्या तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर के रहस्यपूर्ण सत्य समझ सकते हो? क्या तुम उसके विवेक की सीमा मर्यादा समझ सकते हो?


काश! परमेश्वर तुझे बुद्धि के छिपे रहस्य बताता और वह सचमुच तुझे उनको बतायेगा! हर कहानी के दो पक्ष होते हैं, अय्यूब, मेरी सुन परमेश्वर तुझे कम दण्डित कर रहा है, अपेक्षाकृत जितना उसे सचमुच तुझे दण्डित करना चाहिये।


वे सीमायें धरती से व्यापक हैं, और सागर से विस्तृत हैं।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों