यहोवा अर्थात् मैं यहोयाकीम और उसकी सन्तान को दण्ड दूँगा और मैं उसके अधिकारियों को दण्ड दूँगा। मैं यह करुँगा क्योंकि वे दुष्ट हैं। मैंने उन पर तथा यरूशलेम के सभी निवासियों पर और यहूदा के लोगों पर भयंकर विपत्ति ढाने की प्रतिज्ञा की है। मैं अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार उन पर सभी बुरी विपत्तियाँ ढाऊँगा क्योंकि उन्होंने मेरी अनसुनी की है।’”
यहोयाकीम उस समय पच्चीस वर्ष का था जब वह यहूदा का नया राजा हुआ। वह ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राजा रहा। यहोयाकीम ने वह नहीं किया जिसे यहोवा चाहता था कि वह करे। उसने अपने यहोवा परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।