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2 राजाओं 23:27 - पवित्र बाइबल

27 यहोवा ने कहा, “मैंने इस्राएलियों को उनका देश छोड़ने को विवश किया। मैं यहूदा के साथ वैसा ही करूँगा मैं यहूदा को अपनी आँखों से ओझल करूँगा। मैं यरूशलेम को अस्वीकार करूँगा। हाँ, मैंने उस नगर को चुना, और यह वही स्थान है जिसके बारे में मैं (यरूशलेम के बारे में) बातें कर रहा था जब मैंने यह कहा था, ‘मेरा नाम वहाँ रहेगा।’ किन्तु मैं वहाँ के मन्दिर को नष्ट करूँगा।”

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Hindi Holy Bible

27 और यहोवा ने कहा था जेसे मैं ने इस्राएल को अपने साम्हने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूंगा; और इस यरूशलेम नगर से जिसे मैं ने चुना और इस भवन से जिसके विषय मैं ने कहा, कि यह मेरे नाम का निवास होगा, मैं हाथ उठाऊंगा।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

27 प्रभु ने कहा, ‘जैसे मैंने इस्राएल प्रदेश को अपने सम्‍मुख से हटा दिया है, वैसे यहूदा प्रदेश को भी हटा दूंगा। जिस यरूशलेम नगर को मैंने चुना था, उसको मैं त्‍याग दूंगा। जिस भवन के विषय में मैंने यह कहा था कि मैं वहां अपना नाम प्रतिष्‍ठित करूंगा उसको भी मैं त्‍याग दूंगा।’

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

27 यहोवा ने कहा था, “जैसे मैं ने इस्राएल को अपने सामने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूँगा, और इस यरूशलेम नगर, जिसे मैं ने चुना, और इस भवन, जिसके विषय मैं ने कहा कि यह मेरे नाम का निवास होगा, के विरुद्ध मैं हाथ उठाऊँगा।

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सरल हिन्दी बाइबल

27 याहवेह ने कहा, “मैं यहूदिया को भी अपनी दृष्टि से दूर कर दूंगा, जैसे मैंने इस्राएल को दूर किया है. मैं इस नगर, येरूशलेम को भी छोड़ दूंगा, जिसे मैंने खुद चुना और उस मंदिर को भी, जिसके विषय में मैंने यह घोषणा की थी: ‘इस स्थान पर मेरी महिमा रहेगी.’”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

27 यहोवा ने कहा था, “जैसे मैंने इस्राएल को अपने सामने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूँगा; और इस यरूशलेम नगर, जिसे मैंने चुना और इस भवन जिसके विषय मैंने कहा, कि यह मेरे नाम का निवास होगा, के विरुद्ध मैं हाथ उठाऊँगा।”

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2 राजाओं 23:27
26 क्रॉस रेफरेंस  

बीते समय में तूने कहा था, ‘मेरा वहाँ सम्मान किया जायेगा।’ इसलिये कृपया इस मन्दिर की देख रेख दिन—रात कर। उस प्रार्थना को तू स्वीकार कर, जिसे मैं तुझसे इस समय मन्दिर में कह रहा हूँ।


यहोवा ने उससे कहा: “मैंने तुम्हारी प्रार्थना सुनी। मैंने तुम्हारे निवेदन भी सुने जो तुम मुझसे करवाना चाहते हो। तुमने इस मन्दिर को बनाया और मैंने इसे एक पवित्र स्थान बनाया है। अतः यहाँ मेरा सदैव सम्मान होगा। मैं इस पर अपनी दृष्टि रखूँगा और इसके विषय में सदैव ध्यान रखूँगा।


इसलिये यहोवा इस्राएल पर बहुत क्रोधित हुआ और उन्हें अपनी निगाह से दूर ले गया। यहूदा के परिवार समूह के अतिरिक्त कोई इस्राएली बचा न रहा!


यहोवा ने इस्राएल के सभी लोगों को अस्वीकार किया। उसने उन पर बहुत विपत्तियाँ ढाईं। उसने लोगों को उन्हें नष्ट करने दिया और अन्त में उसने उन्हें उठा फेंका और अपनी दृष्टि से ओझल कर दिया।


जब तक यहोवा ने इस्राएलियों को अपनी दृष्टि से दूर नहीं हटाया और यहोवा ने कहा कि यह होगा। लोगों को बताने के लिए कि यह होगा, उसने अपने नबियों को भेजा। इसलिए इस्राएली अपने देश से बाहर अश्शूर पहुँचाये गए और वे आज तक वहीं हैं।


अश्शूर का राजा इस्राएलियों को बन्दी के रूप में अश्शूर ले गया। उसने उन्हें हलह हाबोर पर (गोजान नदी) और मादियों के नगरों में बसाया।


मैं यरूशलेम तक शोमरोन की माप पंक्ति और अहाब के परिवार की साहुल को फैलाऊँगा। कोई व्यक्ति तश्तरी को पोछता है और तब वह उसे उलट कर रख देता है। मैं यरूशलेम के ऊपर भी ऐसा ही करूँगा।


वहाँ मेरे कुछ व्यक्ति फिर भी बचे रह जायेंगे। किन्तु मैं उन व्यक्तियों को छोड़ दूँगा। मैं उन्हें उनके शत्रुओं को दे दूँगा। उनके शत्रु उन्हें बन्दी बनायेंगे, वे उन कीमती चीज़ों की तरह होंगे जिन्हें सैनिक युद्ध में प्राप्त करते हैं।


मनश्शे ने यहोवा के मन्दिर में असत्य देवताओं की पूजा की वेदियाँ बनाईं। (यह वही स्थान है जिसके बारे में यहोवा बातें कर रहा था जब उसने कहा था, “मैं अपना नाम यरूशलेम में रखूँगा।”)


मनश्शे ने अशेरा की एक खुदी हुई मूर्ति बनाई। उसने इस मूर्ति को मन्दिर में रखा। यहोवा ने दाऊद और दाऊद के पुत्र सुलैमान से इस मन्दिर के बारे में कहा थाः “मैंने यरूशलेम को पूरे इस्राएल के नगरों में से चुना है। मैं अपना नाम यरूशलेम के मन्दिर में सदैव के लिये रखूँगा।


योशिय्याह ने जो अन्य काम किये वे यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं।


यहोवा ने कसदियों, अरामियों, मोआबियों और अम्मोनियों के दलों को यहोयाकीम के विरुद्ध लड़ने के लिये भेजा। यहोवा ने उन दलों को यहूदा को नष्ट करने के लिये भेजा। यह वैसा ही हुआ जैसा यहोवा ने कहा था। यहोवा ने अपने सेवक नबियों का उपयोग वह कहने के लिये किया था।


यहोवा ने उन घटनाओं को यहूदा के साथ घटित होने का आदेश दिया। इस प्रकार वह उन्हें अपनी दृष्टि से दूर करेगा। उसने यह उन पापों के कारण किया जो मनश्शे ने किये।


और नबूजरदान ने उन सभी लोगों को पकड़ा जो तब तक नगर में बचे रह गए थे। नबूजरदान ने सभी लोगों को बन्दी बना लिया और उन्हें भी जिन्होंने आत्मसमपर्ण करने की कोशिश की।


अपनी पवित्र आत्मा को मुझसे मत दूर हटा, और मुझसे मत छीन।


मैं यहूदा के लोगों को ऐसा दण्ड दूँगा कि धरती के लोग इसे देख कर काँप जायेंगे। मैं यहूदा के लोगों के साथ यह, मनश्शे ने यरूशलेम में जो कुछ किया, उसके कारण करुँगा। मनश्शे, राजा हिलकिय्याह का पुत्र था। मनश्शे यहूदा राष्ट्र का एक राजा था।’


यहोवा का क्रोध तब तक नहीं रूकेगा जब तक वे जो करना चाहते हैं, पूरा न कर लें। जब वह दिन चला जाएगा तब तुम इसे ठीक ठीक समझोगे।


“यहूदा के लोग, नबी अथवा याजक तुमसे पूछ सकते हैं, ‘यिर्मयाह, यहोवा की घोषणा क्या है?’ तुम उन्हें उत्तर दोगे और कहोगे, ‘तुम यहोवा के लिये दुर्वह भार हो और मैं यहोवा उस दुर्वह भार को नीचे पटक दूँगा।’ यह सन्देश यहोवा का है।


किन्तु तुमने मेरे सन्देश को दुर्वह भार कहा, अत: मैं तुम्हें एक दुर्वह भार की तरह उठाऊँगा और अपने से दूर पटक दूँगा। मैंने तुम्हारे पूर्वजों को यरूशलेम नगर दिया था। किन्तु अब मैं तुम्हें और उस नगर को अपने से दूर फेंक दूँगा।


यहोवा कहता है: “मैं इस्राएल के वंशजों का कभी नहीं त्याग करुँगा। यह तभी संभव है यदि लोग ऊपर आसमान को नापने लगें और नीचे धरती के सारे रहस्यों को जान जायें। यदि लोग वह सब कर सकेंगे तभी मैं इस्राएल के वंशजों को त्याग दूँगा। तब मैं उनको, जो कुछ उन्होंने किया, उसके लिये त्यागूँगा।” यह सन्देश यहोवा का है।


“जब से यरूशलेम नगर बसा तब से अब तक इस नगर के लोगों ने मुझे क्रोधित किया है। इस नगर ने मुझे इतना क्रोधित किया है कि मुझे इसे अपनी नजर के सामने से दूर कर देना चाहिये।


“यिर्मयाह, क्या तुमने सुना है कि लोग क्या कह रहे हैं वे लोग कह रहे हैं: ‘यहोवा ने इस्राएल और यहूदा के दो परिवारों को अस्वीकार कर दिया है। यहोवा ने उन लोगों को चुना था, किन्तु अब वह उन्हें राष्ट्र के रूप में भी स्वीकार नहीं करता।’”


यहोवा ने अपनी ही वेदी को नकार दिया और उसने अपना उपासना का पवित्र स्थान को नकार दिया था। यरूशलेम के महलों की दिवारें उसने शत्रु को सौंप दी। यहोवा के मन्दिर में शत्रु शोर कर रहा था। वे ऐसे शोर करते थे जैसे कोई छुट्टी का दिन हो।


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