21 यह विशाल भवन मलवा का ढेर हो जाएगा। यहां से गुजरने वाले राहगीर आश्चर्य करेंगे और पूछेंगे, “प्रभु ने इस देश तथा इस भवन के साथ यह व्यवहार क्यों किया?”
21 यह भवन खंडहरों का ढेर होकर रह जाएगा. तब हर एक व्यक्ति, जो उनके पास से होकर जाएगा चकित हो सांस ऊपर खींच यह कह उठेगा, ‘क्यों उन्होंने याहवेह अपने परमेश्वर को भुला दिया था?’
इसलिये, यहोवा यहूदा और यरूशलेम के लोगों पर बहुत क्रोधित हुआ। यहोवा ने उन्हें दण्ड दिया। अन्य लोग भयभीत हुए और दु:खी हुए जब उन्होंने देखा कि यहोवा ने यहूदा और यरूशलेम के लोगों के साथ क्या किया। अन्य लोगों ने यहूदा के लोगों के लिये लज्जा और घृणा से अपने सिर झुका लिये। तुम जानते हो कि यह सब सच है। तुम अपनी आँखों से इसे देख सकते हो।
तुम अपने से पूछ सकते हो, “यह बुरी विपत्ति मुझ पर क्यों आई” ये विपत्तियाँ तुम्हारे अनेक पापों के कारण आई। तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें निर्वस्त्र किया गया और जूते ले लिये गए। उन्होंने यह तुम्हें लज्जित करने को किया।
मैं इस नगर को पूरी तरह नष्ट करुँगा। जब लोग यरूशलेम से गुजरेंगे तो सीटी बजाएंगे और सिर हिलायेंगे। उन्हें विस्मय होगा जब वे देखेंगे कि नगर किस प्रकार ध्वस्त किया गया है।
कोन्याह उस टूटे बर्तन की तरह है जिसे किसी ने फेंक दिया हो। वह ऐसे बर्तन की तरह है जिसे कोई व्यक्ति नहीं चाहता। कोन्याह और उसकी सन्तानें क्यों बाहर फेंक दी जायेगी? वे किसी विदेश में क्यों फेंकें जाएंगे?
किन्तु यदि तुम इन आदेशों का पालन नहीं करोगे तो यहोवा यह कहता है: मैं अर्थात् यहोवा प्रतिज्ञा करता हूँ कि राजा का महल ध्वस्त कर दिया जायेगा यह चट्टानों का एक ढेर रह जायेगा।’”
यहूदा के लोग तुमसे पूछेंगे, ‘यिर्मयाह, हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमारा ऐसा बुरा क्यों किया?’ उन्हें यह उत्तर दो, ‘यहूदा के लोगों, तुमने यहोवा को त्याग दिया है, और तुमने अपने ही देश में विदेशी देव मूर्तियों की पूजा की है। तुमने वे काम किये, अत: तुम अब उस देश में जो तुम्हारा नहीं है, विदेशियों की सेवा करोगे।’”
यहोवा अपना क्रोध प्रकट करेगा। अत: कोई व्यक्ति वहाँ नहीं रहेगा। बाबुल नगर पूरी तरह खाली होगा। बाबुल से गुजरने वाला हर एक व्यक्ति डरेगा। वे अपना सिर हिलाएंगे। जब वे देखेंगे कि यह किस बुरी तरह नष्ट हुआ है।