4 अपने को, अपने परिवार समूहों के क्रम में, मन्दिर की सेवा के लिये तैयार करो। उन कार्यों को करो जिन्हें राजा दाऊद और उसके पुत्र राजा सुलैमान ने तुम्हें करने के लिये दिया था।
4 तुम अपने पितृकुल तथा अपने-अपने दल के अनुसार सेवा के लिए स्वयं को तैयार करो। ऐसा ही निर्देश इस्राएल देश के राजा दाऊद तथा उसके पुत्र राजा सुलेमान ने लिखित रूप में दिया था।
सुलैमान ने अपने पिता दाऊद के निर्देशों का पालन किया। सुलैमान ने याजकों के वर्ग उनकी सेवा के लिये चुने। सुलैमान ने लेवीवंशियों को भी उनके कार्य के लिये चुना। लेवीवंशियों को स्तुति में पहल करनी होती थी और उन्हें मन्दिर की सेवाओं में जो कुछ नित्य किया जाना होता था उनमें याचकों की सहायता करनी थी और सुलैमान ने द्वारपालों को चुना जिनके समूहों को हर द्वार पर सेवा करनी थी। इस पद्धति का निर्देश परमेश्वर के व्यक्ति दाऊद ने दिया था।