2 इतिहास 16:10 - पवित्र बाइबल10 आसा हनानी पर उस बात से क्रोधित हुआ जो उसने कहा। आसा इतना क्रोध से पागल हो उठा कि उसने हनानी को बन्दीगृह में डाल दिया। आसा उस समय कुछ लोगों के साथ नीचता और कठोरता का व्यवहार करता था। अध्याय देखेंHindi Holy Bible10 तब आसा दशीं पर क्रोधित हुआ और उसे काठ में ठोंकवा दिया, क्योंकि वह उसकी ऐसी बात के कारण उस पर क्रोधित था। और उसी समय से आसा प्रजा के कुछ लोगों को पीसने भी लगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)10 यह सुनकर राजा आसा द्रष्टा से बहुत नाराज हुआ। उसने द्रष्टा को काठ की बेड़ी से जकड़ दिया और कारागार में डाल दिया। वह द्रष्टा की बात सुनकर उसके प्रति क्रोधाग्नि से धधक उठा था। उन्हीं दिनों में राजा आसा ने जनता के कुछ लोगों से निर्दय व्यवहार भी किया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)10 तब आसा दर्शी पर क्रोधित हुआ और उसे काठ में ठोंकवा दिया, क्योंकि वह उसकी ऐसी बात के कारण उस पर क्रोधित था। उसी समय से आसा प्रजा के कुछ लोगों पर अत्याचार भी करने लगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल10 यह सुनना था कि आसा दर्शी पर इतना गुस्सा हो गया कि उसने दर्शी को जेल में डाल दिया; क्योंकि वह दर्शी की इस बात से बहुत ही गुस्सा हो गया था. इसी समय आसा ने कुछ लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया था. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201910 तब आसा दर्शी पर क्रोधित हुआ और उसे काठ में ठोंकवा दिया, क्योंकि वह उसकी ऐसी बात के कारण उस पर क्रोधित था। और उसी समय से आसा प्रजा के कुछ लोगों पर अत्याचार भी करने लगा। अध्याय देखें |
“बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने अतीत में हमें नष्ट किया। अतीत में नबूकदनेस्सर ने हमें चोट पहुँचाई। अतीत में वह हमारे लोगों को ले गया और हम खाली घड़े से हो गए। उसने हमारी सर्वोत्तम चीज़ें लीं। वह विशाल दानव की तरह था जो तब तक सब कुछ खाता गया जब तक उसका पेट न भरा। वह सर्वोत्तम चीज़ें ले गया, और हम लोगों को दूर फेंक दिया।
शमायाह, तुमने सपन्याह को अपने पत्र में जो लिखा था वह यह है: ‘सपन्याह यहोवा ने यहोयादा के स्थान पर तुम्हें याजक बनाया है। तुम यहोवा के मन्दिर के अधिकारी हो। तुम्हें उस किसी को कैद कर लेना चाहिये जो पागल की तरह काम करता है और नबी की तरह व्यवहार करता है। तुम्हें उस व्यक्ति के पैरों को लकड़ी के बड़े टुकड़े के बीच रखना चाहिये और उसके गले में लौह—कटक पहनाना चाहिए।
अब मैं अपने क्रोध की मार उन लोगों पर डालूँगा जो तुम्हें दु:ख पहुँचाते हैं। वे लोग तुम्हें मार डालना चाहते थे। उन लोगों ने तुमसे कहा था, ‘हमारे आगे झुक जाओ। हम तुम्हें कुचल डालेंगे!’ अपने सामने झुकाने के लिये उन्होंने तुम्हें विवश किया। फिर उन लोगों ने तुम्हारी पीठ को ऐसा बना डाला जैसे धूल—मिट्टी हो ताकि वे तुम्हें रौंद सकें। उनके लिए चलने के वास्ते तुम किसी राह के जैसे हो गये थे।”