शमूएल के विषय में समाचार पूरे इस्राएल में फैल गया। एली बहुत बूढ़ा हो गया था। उसके पुत्र यहोवा के सामने बुरा काम करते रहे। उस समय, पलिश्ती इस्राएल के विरुद्ध युद्ध करने के लिये तैयार हुए। इस्राएली पलिश्तियों के विरुद्ध लड़ने गए। इस्राएलियों ने अपना डेरा एबेनेजेर में डाला। पलिश्तियों ने अपना डेरा अपेक में डाला।
इसलिये वे लोग लौटे और उन्होंने येहू से कहा। तब येहू ने कहा, “यहोवा ने अपने सेवक तिशबी एलिय्याह से यह सन्देश देने को कहा था। एलिय्याह ने कहा थाः ‘यिज्रैल के क्षेत्र में ईज़ेबेल के शव को कुत्ते खायेंगे।
पलिश्तियों ने युद्ध की तैयारी की। वे शूनेम आए और उस स्थान पर उन्होंने अपना डेरा डाला। शाऊल ने सभी इस्राएलियों को इकट्ठा किया और अपना डेरा गिलबो में डाला।
मिद्यानी, अमालेकी एवं पूर्व के अन्य सभी लोग इस्राएल के लोगों के विरुद्ध युद्ध करने के लिए एक साथ मिले। वे लोग यरदन नदी के पार गए और उन्होंने यिज्रेल की घाटी में डेरा डाला।
पलिश्तियों ने यह सुना कि इस्राएलियों ने दाऊद का अभिषेक इस्राएल के राजा के रूप में किया है तब सभी पलिश्ती दाऊद को मार डालने के लिये उसकी खोज करने निकले। किन्तु दाऊद को यह सूचना मिल गई। वह एक किले में चला गया।
यूसुफ के लोगों ने कहा, “यह सत्य है कि एप्रैम का पहाड़ी प्रदेश हम लोगों के लिए पर्याप्त नहीं है किन्तु यह प्रदेश जहाँ कनानी लोग रहते हैं खतरनाक है। वे कुशल योद्धा हैं तथा उनके पास शक्तिशाली, अस्त्र—शस्त्र हैं, लोहे के रथ हैं, तथा वे बेतशान के उस क्षेत्र के सभी छोटे नगरों तथा यिज्रेल की घाटी में भी नियंत्रण रखते हैं।”
सवेरे प्रात: काल, यरुब्बाल (गिदोन) और उसके सभी लोगों ने अपने डेरे हरोद के झरने पर लगाए। मिद्यानी लोग गिदोन और उसके आदमियों के उत्तर में डेरा डाले थे। मिद्यानी लोग मोरे नामक पहाड़ी के नीचे घाटी में डेरा डाले पड़े थे।