गाद दाऊद के पास गया और उसने बात की। गाद ने दाऊद से कहा, “तीन में से एक को चुनो: तुम्हारे लिये और तुम्हारे देश के लिये सात वर्ष की भूखमरी। तुम्हारे शत्रु तुम्हारा पीछा तीन महीने तक करें। तुम्हारे देश में तीन दिन तक बीमारी फैले। इनके बारे में सोचो और निर्णय करो कि मैं इन में से यहोवा जिसने मुझे भेजा है, को कौन सी चीज बताऊँ।”
अपने मार्ग दर्शकों की आज्ञा मानो। उनके अधीन रहो। वे तुम पर ऐसे चौकसी रखते हैं जैसे उन व्यक्तियों पर रखी जाती है जिनको अपना लेखा जोखा उन्हें देना है। उनकी आज्ञा मानो जिससे उनका कर्म आनन्द बन जाए। न कि एक बोझ बने। क्योंकि उससे तो तुम्हारा कोई लाभ नहीं होगा।
मेरे पास रोटी और पानी है और मेरे पास वह माँस भी है जिसे मैंने भेड़ों से ऊन काटने वाले सेवकों के लिये मारा है। किन्तु मैं उसे उन व्यक्तियों को नहीं दे सकता जिन्हें मैं जानता भी नहीं!”
तब दाऊद ने अपने लोगों से कहा, “अपनी तलवार उठाओ!” अत: दाऊद और उसके लोगों ने तलवारें कस लीं। लगभग चार सौ व्यक्ति दाऊद के साथ गये और दो सौ व्यक्ति साज़ो सामान के साथ रुके रहे।