13 शाऊल ने अहीमेलेक से कहा, “तुमने और यिशै के पुत्र (दाऊद) ने मेरे विरुद्ध गुप्त योजना क्यों बनाई? तुमने दाऊद को रोटी और तलवार दी! तुमने परमेश्वर से उसके लिये प्रार्थना की और अब सीधे, दाऊद मुझ पर आक्रमण करने की प्रतीक्षा कर रहा है!”
13 शाऊल ने उस से पुछा, क्या कारण है कि तू और यिशै के पुत्र दोनों ने मेरे विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की है? तू ने उसे रोटी और तलवार दी, और उसके लिये परमेश्वर से पूछा भी, जिस से वह मेरे विरुद्ध उठे, और ऐसा घात लगाए जैसा आज के दिन है?
13 शाऊल ने उससे पूछा, ‘क्यों तुमने और यिशय के पुत्र ने मेरे विरुद्ध षड्यन्त्र रचा है? क्यों तुमने यिशय के पुत्र को रोटी और तलवार दी? उसके लिए प्रभु से पूछा? क्यों उसने मेरे विरोध में विद्रोह किया? वह आज क्यों घात लगाकर बैठा है?’
13 शाऊल ने उससे पूछा, “क्या कारण है कि तू और यिशै के पुत्र दोनों ने मेरे विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की है? तू ने उसे रोटी और तलवार दी, और उसके लिये परमेश्वर से पूछा भी, जिससे वह मेरे विरुद्ध उठे, और ऐसा घात लगाए जैसा आज के दिन है?”
13 शाऊल ने उनसे कहा, “क्या कारण है कि तुमने और यिशै के पुत्र ने मिलकर मेरे विरुद्ध षड़्यंत्र रचा है? तुमने उसे भोजन दिया, उसे तलवार दी, और उसके भले के लिए परमेश्वर से प्रार्थना भी की. अब वह मेरा विरोधी हो गया है, और आज स्थिति यह है कि वह मेरे लिए घात लगाए बैठा है?”
13 शाऊल ने उससे पूछा, “क्या कारण है कि तू और यिशै के पुत्र दोनों ने मेरे विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की है? तूने उसे रोटी और तलवार दी, और उसके लिये परमेश्वर से पूछा भी, जिससे वह मेरे विरुद्ध उठे, और ऐसा घात लगाए जैसा आज के दिन है?”
तुम लोग मेरे विरुद्ध षडयन्त्र रच रहे हो। तुमने गुप्त योजनायें बनाई हैं। तुम में से किसी ने भी मेरे पुत्र योनातान के बारे में नहीं बताया है। तुममें से किसी ने भी यह नहीं बताया है कि उसने यिशै के पुत्र के साथ क्या सन्धि की है। तुममें से कोई भी मेरी परवाह नहीं करता। तुममें से किसी ने यह नहीं बताया कि मेरे पुत्र योनातान ने दाऊद को उकसाया है। योनातान ने मेरे सेवक दाऊद से कहा कि वह छिप जाए और मुझ पर आक्रमण करे और यह वही है जो दाऊद अब कर रहा है।”
बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम को यह सन्देश भेजा: “आमोस तुम्हारे विरूद्ध षड़यन्त्र रच रहा है। वह इस्राएल के लोगों को तुम्हारे विरूद्ध युद्ध के लिये भड़का रहा है। वह इतना अधिक कह रहा है कि उसके शब्द पूरे देश में भी समा नहीं सकते।
कुछ लोग जो सोचते हैं कि वे मुझ से उत्तम हैं, मेरे विषय में बुरी बातें बनाते हैं। किन्तु यहोवा मैं अपने पूर्ण मन के साथ तेरे आदेशों को निरन्तर पालता हूँ।