Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




1 राजाओं 5:15 - पवित्र बाइबल

15 सुलैमान ने अस्सी हजार व्यक्तियों को भी पहाड़ी प्रदेश में काम करने के लिये विवश किया। इन मनुष्यों का काम चट्टानों को काटना था और वहाँ सत्तर हजार व्यक्ति पत्थरों को ढोने वाले थे

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

15 और सुलैमान के सत्तर हज़ार बोझ ढोने वाले और पहाड़ पर अस्सी हज़ार वृक्ष काटने वाले और पत्थर निकालने वाले थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

15 सुलेमान के पास बोझा ढोने वाले सत्तर हजार और पहाड़ी प्रदेश में पत्‍थर खोदने वाले अस्‍सी हजार मजदूर थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

15 सुलैमान के सत्तर हज़ार बोझ ढोनेवाले और पहाड़ पर अस्सी हज़ार वृक्ष काटनेवाले और पत्थर निकालनेवाले थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

15 शलोमोन ने पहाड़ी क्षेत्र में सत्तर हज़ार बोझा ढोनेवाले और अस्सी हज़ार पत्थर का काम करनेवाले चुने थे.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

15 सुलैमान के सत्तर हजार बोझ ढोनेवाले और पहाड़ पर अस्सी हजार वृक्ष काटनेवाले और पत्थर निकालनेवाले थे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




1 राजाओं 5:15
13 क्रॉस रेफरेंस  

सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूतों को भेजा। हीराम ने देवदारू के पेड़, बढ़ई और राजमिस्त्री लोगों को भी भेजा। उन्होंने दाऊद के लिये एक महल बनाया।


हीराम सोर नगर का राजा था। हीराम ने दाऊद को सन्देश वाहक भेजा। हीराम ने देवदारु के लट्ठे, संगतराश और बढ़ई भी दाऊद के पास भेजे। हीराम ने उन्हें दाऊद के लिये एक महल बनाने के लिये भेजा।


सुलैमान ने यहोवा के नाम की प्रतिष्ठा के लिये एक मन्दिर और अपने लिये एक राजमहल बनाने का निश्चय किया।


सुलैमान ने चीज़े लाने के लिये सत्तर हज़ार व्यक्तियों को चुना और पहाड़ी प्रदेश में पत्थर खोदने के लिये अस्सी हज़ार व्यक्तियों को चुना और उसने तीन हज़ार छः सौ व्यक्ति मज़दूरों की निगरानी के लिये चुने।


मन्दिर के सेवक और सुलैमान के सेवकों के कुल वंशज 392


सुलैमान के सेवकों के वंशज: सोतै, सोपेरेत और परीदा के वंशज,


मन्दिर के सभी सेवक और सुलैमान के सेवकों के वंशज थे 392


वह राजकन्या उस मूल्यवान रत्न सी है जिसे सुन्दर मूल्यवान सुवर्ण में जड़ा गया हो।


तब यह सीमा दक्षिण की ओर मुड़ी रामा तक गई। यह सीमा लगातार शक्तिशाली नगर सोर तक गई थी। तब यह सीमा मुड़ती हई होसा तक जाती थी। यह सीमा अकजीब,


इसलिए इन्हें जीवित रहने दो। यह हमारे सेवक होंगे। वे हमारे लिये लकड़ियाँ काटेंगे और हम सबके लिए पानी लाएंगे।” इस प्रकार प्रमुखों ने इन लोगों के साथ की गई अपनी शान्ति—सन्धि को नहीं तोड़ा।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों