60 बिन्यामीन के परिवार समूह के लोगों को गिबोन, गेबा अल्लेमेत, और अनातोत नगर दिये गए। उन्होंने उन सभी नगरों और उनके चारों ओर के खेतों को प्राप्त किया। कहाती परिवार को तेरह नगर दिये गए।
60 उन्होंने हारून के वंशजों को बिन्यामिन कुल के ये नगर भी दिये : गेबा, आलेमेत, अनातोत और उनके चरागाह। उनके सब गोत्रों को प्राप्त नगरों की संख्या तेरह थी।
60 तब बिन्यामिन गोत्र की सीमा से गिबियोन, इसके चरागाहों से इसके चरागाहों समेत गेबा, अलेमेथ, अनाथोथ इसके सभी उनके ये सभी नगर उनके गोत्रों के अधिकार में हमेशा ही बने रहे. ये कुल तेरह नगर थे.
तब राजा सुलैमान ने याजक एब्यातार से कहा, “मुझे तुमको मार डालना चाहिये, किन्तु मैं तुम्हें अपने घर अनातोत में लौट जाने देता हूँ। मैं तुम्हें अभी मारूँगा नहीं क्योंकि मेरे पिता दाऊद के साथ चलते समय तुमने पवित्र सन्दूक को ले चलने में सहायता की थी जब तुम मेरे पिता दाऊद के साथ थे और मैं जानता हूँ कि उन सभी विपत्तियों के समय में मेरे पिता के समान तुमने भी हाथ बटाया।”
एहूद के वंशज ये थे। ये गेबा में अपने परिवारों के प्रमुख थे। वे अपना घर छोड़ने और मानहत में रहने को विवश किये गए थे। एहूद के वंशज नामान, अहिय्याह, और गेरा थे। गेरा ने उन्हें घर छोड़ने को विवश किया। गेरा उज्जा और अहीलूद का पिता था।
यिर्मयाह के ये सन्देश हैं। यिर्मयाह हिल्किय्याह नामक व्यक्ति का पुत्र था। यिर्मयाह उन याजकों के परिवार से था जो अनातोत नगर में रहते थे। वह नगर उस प्रदेश में है जो बिन्यामीन परिवार का था।
योनातान ने गिबा में जाकार पलिश्तियों को उनके डेरे में हराया। पलिश्तियों ने इसके बारे में सुना। उन्होंने कहा, “हिब्रुओं ने विद्रोह किया है।” शाऊल ने कहा, “जो कुछ हुआ है उसे हिब्रू लोगों को सुनाओ।” अत: शाऊल ने लोगों से कहा कि वे पूरे इस्राएल देश में तुरही बजायें।