16 फिर शुप्पीम और होसा के नामों की चिट्ठी पश्चिम की ओर के लिये निकली, कि वे शल्लेकेत नाम फाटक के पास चढ़ाई की सड़क पर आम्हने साम्हने चौकीदारी किया करें।
16 होसाह के नाम पर चिट्ठी निकली, और उसको पश्चिमी द्वार सौंपा गया। पश्चिमी द्वार के साथ उसको शल्लेकेत नामक द्वार का भी दायित्व सौंपा गया। यह द्वार चढ़ाई वाले मार्ग पर था। द्वारपालों के समान ये पहरेदार भी थे:
16 फिर शुप्पीम और होसा के नामों की चिट्ठी पश्चिम की ओर के लिये निकली, कि वे शल्लेकेत नामक फाटक के पास चढ़ाई की सड़क पर आमने–सामने चौकीदारी किया करें।
रानी ने राजा की मेज पर भोजन भी देखा। उसने उसके अधिकारियों को एक साथ मिलते देखा। उसने महल के सेवकों और जिन अच्छे वस्त्रों को उन्होंने पहन रखा था, उन्हें भी देखा। उसने उसकी दावतों और मन्दिर में चढ़ाई गई भेंटों को देखा। उन सभी चीजों ने वास्तव में उसे चकित कर दिया। उसकी साँस ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे रह गई!
हर एक व्यक्ति जिस भिन्न कार्य को करेगा, उसके चुनाव के लिये वे गोट डालते थे। हर एक व्यक्ति के साथ समान व्यवहार होता था। बूढ़े और जवान के साथ समान व्यवहार था और गुरु के साथ वही व्यवाहर था जो शिष्य के साथ।
पूर्वी द्वार पर लेवीवंशी रक्षक हर दिन खड़े होते थे। उत्तरी द्वार पर चार लेवीवंशी रक्षक खड़े होते थे। दक्षिणी द्वार पर चार लेवीवंशी रक्षक खड़े होते थे और दो लेवीवंशी रक्षक उस गृह की रक्षा करते थे जिसमें कीमती चीजें रखी जाती थीं।
उसने सुलैमान के मेज के भोजन को देखा और उसके बहुत से महत्वपूर्ण अधिकारियों को देखा। उसने देखा कि उसके सेवक कैसे कार्य कर रहे हैं और उन्होंने कैसे वस्त्र पहन रखे हैं उसने देखा कि उसके दाखमधु पिलाने वाले सेवक कैसे कार्य कर रहे हैं और उन्होंने कैसे वस्त्र पहने हैं उसने होमबलियों को देखा जिन्हें सुलैमान ने यहोवा के मन्दिर में चढ़ाया था। जब शीबा की रानी ने इन सभी चीज़ों को देखा तो वह चकित रह गई!
लेवियों के मुखियाओं के नाम ये थे: हशब्याह, शेरेब्याह, कदमिएल का पुत्र येशू उसके साथी। उनके भाई परमेश्वर को आदर देने के लिए स्तुतिगान के वास्ते उनके सामने खड़ा रहा करते थे। वे आमने—सामने इस तरह खड़े होते थे कि एक गायक समूह दूसरे गायक समूह के उत्तर में गीत गाता था। परमेश्वर के भक्त दाऊद की ऐसी ही आज्ञा थी।