1 इतिहास 18:10 - पवित्र बाइबल10 अतः तोऊ ने अपने पुत्र हदोराम को राजा दाऊद के पास शान्ति की याचना करने और आशीर्वाद पाने के लिये भेजा। उसने यह किया क्योंकि दाऊद ने हदरेजेर के विरुद्ध युद्ध किया था और उसे हराया था। पहले हदरेजेर ने तोऊ से युद्ध किया था। हदोराम ने दाऊद को हर एक प्रकार की सोने, चाँदी और काँसे से बनी चीजें दीं। अध्याय देखेंHindi Holy Bible10 तब उसने हदोराम नाम अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा, इसलिये कि उसने हदरेजेर से लड़ कर उसे जीत लिया था; ( क्योंकि हदरेजेर तोऊ से लड़ा करता था ) और हदोराम सोने चांदी और पीतल के सब प्रकार के पात्र लिये हुए आया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)10 अत: तोई ने अपने पुत्र हदोराम को राजा दाऊद के पास उसका कुशल-क्षेम पूछने और उसे बधाई देने के लिए भेजा; क्योंकि दाऊद ने हदद-एजेर से युद्ध कर उसे पराजित किया था। हदद-एजेर की तोई से शत्रुता थी। तोई ने हदोराम के हाथ सब प्रकार के सोना, चाँदी और पीतल के पात्र भेजे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)10 तब उसने हदोराम नामक अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा, इसलिये कि उसने हदरेजेर से लड़कर उसे जीत लिया था, (क्योंकि हदरेजेर तोऊ से लड़ा करता था), और हदोराम सोने चाँदी और पीतल के सब प्रकार के पात्र लिये हुए आया। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल10 उसने अपने पुत्र हादरोम को राजा दावीद से भेंट करने के लिए भेजा, कि वह राजा को बधाई दे सके; क्योंकि दावीद ने हादेदेज़र से युद्ध कर उसे हरा दिया था. हादेदेज़र तोऊ से युद्ध करता रहा था. राजा तोऊ ने अपने पुत्र के साथ सोने, चांदी और कांसे की तरह-तरह की वस्तुएं भेजी थी. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201910 तब उसने हदोराम नामक अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा, इसलिए कि उसने हदादेजेर से लड़कर उसे जीत लिया था; (क्योंकि हदादेजेर तोऊ से लड़ा करता था) और हदोराम सोने चाँदी और पीतल के सब प्रकार के पात्र लिये हुए आया। अध्याय देखें |
शीबा की रानी ने सुलैमान का यश सुना। वह यरूशलेम में कठिन प्रश्नों से सुलैमान की परीक्षा लेने आई। शीबा की रानी अपने साथ एक बड़ा समूह लेकर आई थी। उसके पास ऊँट थे जिन पर मसाले, बहुत अधिक सोना और बहुमूल्य रत्न लदे थे। वह सुलैमान के पास आई और उसने सुलैमान से बातें कीं। उसे सुलैमान से अनेक प्रश्न पूछने थे।